Move to Jagran APP

India Club: राष्ट्रवादियों का गढ़ रहा लंदन का इंडिया क्लब होगा बंद, जनता के लिए इस दिन आखिरी बार खुलेगा

India Club ब्रिटेन में शुरुआती भारतीय रेस्त्रां में से एक इंडिया क्लब भारत की आजादी और विभाजन के बाद बड़ी तेजी से भारतीय उपमहाद्वीप से गए पहली पीढ़ी के अप्रवासियों का यह घर से दूर एक घर बन गया था। यह भारतीय-ब्रिटिश समूहों का एक सामुदायिक केंद्र भी था। इस रेस्त्रां में वर्ष 1946 से 26 कमरे हैं और यह सभी स्ट्रैंड कांटिनेंटल होटल की पहली मंजिल पर स्थित हैं।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Tue, 22 Aug 2023 05:30 AM (IST)
Hero Image
लंदन स्थित ऐतिहासिक इंडिया क्लब हो रहा बंद। (प्रतीकात्मक फोटो)
लंदन, एजेंसी: भारत की आजादी के आंदोलन में राष्ट्रवादियों का गढ़ रह चुका लंदन स्थित 'इंडिया क्लब' अब अगले महीने बंद हो रहा है। एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सोमवार को इस ऐतिहासिक बैठक और जलपान गृह को बंद किए जाने की घोषणा की गई है।

वर्षों पहले लंदन के बीचो-बीच स्थित स्ट्रैंड में होटल को ढहाने का नोटिस उसके मालिकों की ओर से भेजा गया था। तब एक आधुनिक होटल बनाने के लिए इसे ढहाने की बात हुई थी और इसे बचाने के लिए एक लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी गई थी।

''सेव इंडिया क्लब'' के प्रणेता यादगार मार्कर और उनकी बेटी फिरोजा ने इस कानूनी लड़ाई को आगे जारी रखने का फैसला किया था। लेकिन अब उन्होंने इस मामले को ही रफा-दफा करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि वह बहुत भारी मन से इसे बंद करने की घोषणा कर रहे हैं।

इंडिया लीग के साथ जुड़ी हैं जड़ें

इंडिया क्लब आखिरी दिन जनता के लिए 17 सितंबर को खुलेगा। इंडिया क्लब की जड़ें उस इंडिया लीग के साथ जुड़ी हैं जिसने ब्रिटेन में भारतीयों की आजादी के लिए अभियान छेड़ा था। इसके संस्थापक सदस्यों में कृष्ण मेनन भी शामिल थे जो बाद में ब्रिटेन में पहले भारतीय उच्चायुक्त बने थे।

ब्रिटेन में शुरुआती भारतीय रेस्त्रां में से एक इंडिया क्लब भारत की आजादी और विभाजन के बाद बड़ी तेजी से भारतीय उपमहाद्वीप से गए पहली पीढ़ी के अप्रवासियों का यह घर से दूर एक घर बन गया था। यह भारतीय-ब्रिटिश समूहों का एक सामुदायिक केंद्र भी था।

स्ट्रैंड में भारतीय उच्चायोग के पास स्थित इस रेस्त्रां में वर्ष 1946 से 26 कमरे हैं और यह सभी स्ट्रैंड कांटिनेंटल होटल की पहली मंजिल पर स्थित हैं। इस फ्रीहोल्ड इमारत की मालिक कंपनी मार्सटन प्रापर्टीज ने कुछ समय पहले वेस्टमि¨नस्टर सिटी काउंसिल के समक्ष इसे आंशिक रूप से ढहाने की अपील की थी। अगस्त, 2018 में काउंसिल ने इस याचिका को खारिज कर दिया था।

तब इस संस्थान को सांस्कृतिक विरासत के रूप में अहम माना गया। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपने पत्रकार पिता चंद्रन थरूर से इस ऐतिहासिक स्थल से जुड़ाव का उल्लेख करते हुए एक्स पर इस बारे में पोस्ट जारी की।