Banka: 24 घंटे बाद भी सोनडीहा में पसरा सन्नाटा, घर में चूल्हे तक नहीं जले; जानिए क्या है पूरा मामला
बांका के सोनडीहा गांव स्थित तालाब में डूबने से तीन छात्राओं की मौत के दूसरे दिन रविवार को भी गांव में मातम पसरा रहा। गांव के लोग इस हादसे को भूल नहीं पा रहे हैं। पीड़ित फंटुश यादव कुंदन यादव सहित अन्य घरों में चूल्हे तक नहीं जला। गांव के अन्य बच्चों पर भी अविभावकों का बहियार निकलने पर सख्त पहरा रहा।
By Amarkant MishraEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Sun, 20 Aug 2023 05:10 PM (IST)
संवाद सूत्र, शंभुगंज (बांका): बांका के सोनडीहा गांव स्थित तालाब में डूबने से तीन छात्राओं की मौत के दूसरे दिन रविवार को भी गांव में मातम पसरा रहा। गांव के लोग इस हादसे को भूल नहीं पा रहे हैं। पीड़ित फंटुश यादव, कुंदन यादव सहित अन्य घरों में चूल्हे तक नहीं जला।
गांव के चौंक-चौराहे पर पूरे दिन इस हादसे को लेकर चर्चा होती रही। गांव के अन्य बच्चों पर भी अविभावकों का बहियार निकलने पर सख्त पहरा रहा।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, शनिवार को बिहुला-बिषहरी पूजा को लेकर छुट्टी थी। इस बीच फंटुश यादव की बेटी सिंपल कुमारी और शिवानी कुमारी एवं फंटुश के छोटे भाई कुंदन यादव की पुत्री राजनंदनी कुमारी गांव के अन्य बच्चों के साथ मछली देखने के लिए मनोज यादव के तालाब पर गई थी।इसी दौरान तालाब के बांध पर खेलने के दौरान शिवानी तालाब में जा गिरी। शिवानी को बचाने के लिए पहले सिंपल और उसके बाद राजनंदनी भी तालाब में कूद पड़ी। जिससे तीनों की डूबने से मौत हो गई। इसे लेकर पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है।
सरकारी जमीन पर बना है तालाब
जानकारी के मुताबिक, जिस तालाब में डूबने से तीनों की मौत हुई है, उस तालाब के पास पहले एक सरकारी बांध था। गांव के लोगों ने कहा कि उस बांध पर अतिक्रमण कर तालाब की खुदाई कर दी गई है। हालांकि, तालाब के मालिक सोनडीहा के मनोज यादव ने निजी भूमि पर तालाब खुदाई की बात कही है।सीओ प्रीतम कुमार गौतम ने बताया कि सरकारी भूमि पर बने जलश्रोतों को हड़पना एक गंभीर मामला है। इसकी जांच कराई जाएगी।
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