Bihar: उधार के 3300 रुपये मांगना कारोबारी को पड़ा महंगा, बदमाशों ने दबिया से काटकर की हत्या; एक गिरफ्तार
दरभंगा के सौरभ झा की दबिया से काटकर हत्या कर दी गई थी। सौरभ झा मर्डर केस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक को गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दबिया भी बरामद कर लिया गया है। मामले की जानकारी देते हुए नगर पुलिस अधीक्षक ने रविवार को बताया कि घटना के पीछे बकाया 3300 रुपये मांगने का विवाद है।
संवाद सहयोगी, सिंहवाड़ा(दरभंगा): दरभंगा के सिंहवाड़ा नगर पंचायत के रामकुंज मोहल्ला निवासी सौरभ झा की दबिया से काटकर हत्या कर दी गई थी। सौरभ झा मर्डर केस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। हत्यारोपी की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त दबिया भी बरामद कर लिया गया है।
मामले की जानकारी देते हुए नगर पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने रविवार को बताया कि घटना के पीछे बकाया 3300 रुपये मांगने का विवाद है।
सौरभ की हत्या के बाद एसएसपी के निर्देश पर सिटी एसपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। इस टीम ने वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर रामपुरा के राजाराम साह के पुत्र ऋषिकेश कुमार को गिरफ्तार किया।
पिता ने इन्हें बनाया नामजद आरोपी
मामले को लेकर सौरभ के पिता कृष्ण कुमार झा ने आठ लोगों को आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। इसमें रामपुरा निवासी राजाराम साह, उसके दोनों पुत्र ऋषिकेश साह और पंकज साह, पत्नी, पुत्री, दोनों बहू सहित सिंहवाड़ा के वार्ड सात निवासी गोलू कुमार ठाकुर को आरोपी बनाया गया है। वारदात में अज्ञात चार-पांच लोगों की संलिप्त होने की बात कही है।
रामपुरा ब्रह्मस्थान जा रहा...
प्राथमिकी में सौरभ के पिता ने कहा है कि 13 सितंबर की शाम छह बजे उनके बेटे सौरभ ने दुकान बंद कर दिया। शाम के 7.20 बजे में मोबाइल पर फोन करने पर बताया कि सब्जी लेकर वापस आ रहे हैं।
इसके बाद जब वह नहीं आया तो फिर से फोन किया तो मोबाइल बंद मिला। रात के नौ बजे से खोजबीन करने लगे। इस बीच दरभंगा शहर में रह रहे भतीजा शिक्षक सत्यम गोपाल से जानकारी ली।
थाने के पास मिला था शव
उन्होंने आगे बताया कि शाम के 6.35 बजे सौरभ से बात हुई। उसने कहा कि रामपुरा ब्रह्मस्थान जा रहे हैं। ऋषिकेश और पंकज बकाया रुपये देने के लिए बुलाया है। इसके अगले दिन थाने के पास एक बगीचे से उसका शव बरामद किया गया। इससे कुछ दूरी पर उसकी बाइक भी मिली थी। मुजफ्फरपुर की एफएसएल की तीन सदस्यीय टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच की थी।