पत्नी राबड़ी देवी संग लालू यादव तीन साल बाद अपने गृहजिला पहुंचे, किडनी देने वाली बेटी के लिए कही भावुक बात
गोपालगंज बेटी रोहिणी आचार्य के बारे में जिक्र करते हुए लालू ने कहा कि सिगांपुर में मेरी बेटी रोहणी आचार्य रहती है उसने मुझे जीवनदान दिया है। अपनी जान की परवाह किए बिना ही उसने अपनी किडनी मुझे दी। तीन माह तक वहां रहने के बाद वापस पटना आया। अब चिकित्सक की सलाह के अनुसार मीट मछली व मिठाई खाना बंद कर दिया है।
गोपालगंज, जागरण संवाददाता: आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा का देश से जाना तय है। आई.एन.डी. आई.ए. ने बैठक कर भाजपा को हटाने की पूरी तैयारी कर ली है। चुनाव में हम रहेंगे। भाजपा का जाना तय है।
इस बार झंडा हमलोग फहराने का कार्य करेंगे। आपस में बैठक कर सभी बिंदुओं पर चर्चा लगातार चर्चा चल रही है। उक्त बातें गोपालगंज स्थित परिसदन में पहुंचे राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने कहीं। वे करीब तीन साल के बाद अपनी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के साथ अपने गृह जिला पहुंचे थे।
I.N.D.I.A में सभी बिन्दुओं पर चर्चा हो चुकी: लालू
बकौल लालू प्रसाद यादव, हम जमानत पर बाहर निकले हैं। कोई जबरदस्ती थोड़े ही निकले हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी आई.एन.डी.आई.ए. के लोग बैठक कर सभी बिंदुओं पर चर्चा कर चुके हैं। अन्य बातें भी लगातार हो रही हैं। आने वाले दिनों में पूरे देश से भाजपा को हटाने का कार्य किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि काफी दिनों के बाद गोपालगंज आया हूं। बीमारी से उबरने के बाद आया हूं। अपने गांव फुलवरिया जाकर लोगों से मुलाकात करेंगे। साथ ही अपने ससुराल जाकर वहां भी पूजा-अर्चना करेंगे।
उन्होंने प्रेसवार्ता में अपनी बेटी रोहिणी आचार्य के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि सिगांपुर में मेरी बेटी रोहणी आचार्य रहती है, उसने मुझे जीवनदान दिया है। अपनी जान की परवाह किए बिना ही उसने अपनी किडनी मुझे दी।
तीन माह तक वहां रहने के बाद वापस पटना आया। अब चिकित्सक की सलाह के अनुसार मीट, मछली व मिठाई खाना बंद कर दिया है। इसके पूर्व गोपालगंज पहुंचने के बाद उन्होंने अपने पार्टी के विधायक व कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की।
नए परिसदन में प्रवेश करने के बाद निकल गए लालू व राबड़ी
गोपालगंज पहुंचने के बाद लालू प्रसाद की गाड़ी सीधे परिसदन के नए भवन में पहुंची। यहां लालू प्रसाद अपनी पत्नी राबड़ी देवी के साथ नए परिसदन में पहुंचने के साथ ही वहां पूरी तरह से संतुष्ट नहीं होने के बाद पुराने वाले भवन में पहुंच गए। यहां लालू यादव एक कमरे में जाकर ठहर गए। वहीं, राबड़ी देवी भी उनके साथ ठहरीं।