बिहार : प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए गए अखिलेश प्रसाद सिंह, इन चुनौतियों का करना होगा सामना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य डा. अखिलेश प्रसाद सिंह बिहार कांग्रेस के नए अध्यक्ष बनाए गए हैं। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आदेश दिए हैं। डा. मदन मोहन झा के स्थान पर अखिलेश को जिम्मा दिया गया है।
पटना, राज्य ब्यूरो। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य डा. अखिलेश प्रसाद सिंह बिहार कांग्रेस के नए अध्यक्ष बनाए गए हैं। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। डा. मदन मोहन झा के स्थान पर डा. अखिलेश को यह जिम्मा दिया गया है।
डा. मदन मोहन झा को तकरीबन चार वर्ष पहले 18 सितंबर 2018 को बिहार कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी। डा. झा को उस समय अध्यक्ष बनाया गया जब बिहार कांग्रेस की कमान कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कौकब कादरी के पास थी।
डा. झा के कार्यकाल में 2019 का लोकसभा चुनाव, 2020 का विधानसभा चुनाव और आधा दर्जन से अधिक उप चुनाव हुए, लेकिन कांग्रेस बिहार में कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ सकी। 2020 के चुनाव में 70 सीटों पर चुनाव लड़कर कांग्रेस महज 19 सीटों पर ही विजय प्राप्त कर सकी थी।
इसके बाद डा. झा ने पार्टी आलाकमान को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। पार्टी ने उनका इस्तीफा लेकर उन्हें पद पर रहने का निर्देश दिया था। अब उन्हें कार्य मुक्त करते हुए पार्टी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य डा. अखिलेश प्रसाद सिंह को बिहार कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान सौंप दी है।
सिंह को इन चुनौतियों का करना होगा सामना
डा. अखिलेश प्रसाद सिंह को नए प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालते हुए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इसमें सबसे पहली चुनौती होगी राज्य में पार्टी के लिए जमीन खोजना। इसके अलावा राज्य में पार्टी संगठन को एकजुट रखना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी।
बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं सिंह
अखिलेश सिंह साल 2018 से राज्यसभा में कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं। इससे पहले वह साल 2004 से साल 2009 तक केंद्र की मनमोहन सिंह सरकार में कृषि, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मामले के राज्यमंत्री थे। इसके अलावा वो बिहार सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं।