'इनकी सरकार में खुद को ही करने लगे थे सम्मानित', कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलने पर भाजपा ने कांग्रेस कसे तीखे तंज
Karpoori Thakur Bharat Ratna राज्यसभा सांसद डॉ. भीम सिंह पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने को बिहार के लिए गौरवशाली दिन बताया है। उन्होंने कहा गुदड़ी के लाल और समाजवादी नेता को सर्वोच्च सम्मान मिला बिहार के लिए खुशी की बात है। भीम सिंह ने कहा कि आज का दिन बिहार के लिए गौरवान्वित होने का दिन है। उन्होंने पीएम मोदी के प्रति भी आभार जताया।
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. भीम सिंह शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न दिए जाने को बिहार के लिए गौरवशाली दिन बताया है। उन्होंने कहा आज गुदड़ी के लाल, समाजवादी नेता को सर्वोच्च सम्मान मिला है, यह खुशी की बात है।
भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि आज बिहार को गौरवान्वित करने वाला दिन है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के कारण ही बिहार के धरती पुत्र को सर्वोच्च सम्मान मिला है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का सम्मान सही मायने में देश में चल रही गैर कांग्रेसवाद नीति और समाजवाद को सम्मान है। उनकी कर्मभूमि भले बिहार रही, लेकिन उनका प्रभाव क्षेत्र पूरा देश रहा।
बदलते भारत का प्रमाण
उन्होंने कहा कि बदलते भारत का इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा, कि जब पिछड़े का बेटा देश के प्रधानमंत्री के पद पर पहुंचता है, तो पिछड़े का सम्मान भी किया जाता है।
उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को देश का सर्वोच्च सम्मान देने की मांग वर्षों से होती रही, लेकिन उस मांग को न कांग्रेस ने पूरी की और न राजद ने। बल्कि इनके लोगों द्वारा उनका अपमान किया गया था।
कांग्रेस के समय दिए गए भारत रत्न पर कसा तंज
सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में भारत रत्न एक परिवार को सम्मान देने का जरिया बन गई। हद तो तब हो गई जब देने वाले खुद को सम्मानित करने लगे।
उन्होंने कहा कि 1953 में नेहरू ने तो 1971 में इंदिरा गांधी ने खुद को इस सम्मान से सम्मानित करवाया। 1991 में राजीव गांधी को भी भारत रत्न से सम्मानित किया गया, यानी एक परिवार के तीन पीढ़ियों को इस सम्मान से सम्मानित किया गया।
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