जीतन राम मांझी फिर बनना चाहते हैं बिहार का मुख्यमंत्री, सबके सामने ऐसे बता दी अपने मन की बात
बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी एक बार फिर बिहार की बागडोर संभालना चाहते हैं। उन्होंने सबके सामने अपने मन की बात कह दी। उन्होंने कई क्षेत्रों में विकास की जरूरत भी बताई।
पटना, आनलाइन डेस्क। बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी एक बार फिर बिहार की बागडोर संभालना चाहते हैं। उन्होंने सबके सामने अपने मन की बात कह दी। गया के इमामगंज में संत शिरोमणि रैदास जयंती समारोह में पहुंचे मांझी ने कहा कि, मौका मिला तो फिर से बिहार का मुख्यमंत्री बनना चाहेंगे, चूकेंगे नहीं। उन्होंने लगे हाथ यह भी कहा कि मुख्यमंत्री बनने का सपना कभी देखा नहीं था।
शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक क्षेत्रों में विकास की जरूरत
नालंदा के विकास में लगे सीएम नीतीश कुमार के संबंध में उन्होंने कहा कि कहां 17 वर्ष और कहां सात महीना। सात महीना में हम जो कर दिए वह कम नहीं है गया के लिए। हालांकि एक जिले का विकास भी हो रहा तो ये बड़ी बात है। ये अवसर की भी बात है, जिसको मौका मिलेगा वह अपने आप को साबित करेगा। राज्य में विकास के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि विकास तो हो ही रहा है। अब 24 घंटे बिजली मिलती है। क्या यह विकास नहीं है। गांंव-गांव में पक्की सड़क बन गई, क्या यह विकास नहीं है। हां, कुछ क्षेत्रों में अभी भी विकास की जरूरत है। उनके हिसाब से सामाजिक, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में ध्यान देने की जरूरत है। इस दौरान एक सवाल के जवाब उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बनने का सपना न देखा और न देखते हैं लेकिन मौका मिलेगा तो चूकेंगे भी नहीं।लालू परिवार पर किया था जुबानी हमला
बता दें कि जीतनराम मांझी अक्सर अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं। हाल के दिनों में लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले के एक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद उन्होंने ट्वीट कर लालू परिवार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि लालू जी के लिए अफसोस इस बात का है कि मुश्किल वक्त में न तो उनका बेटा साथ था और ना वह पत्नी जिन्हें उन्होंने सीएम बनाया। आज के समय तो कम से कम बेटे को साथ रहना चाहिए था।