बिहार में अब वाट्सऐप पर कीजिए बिजली बिल से जुड़ी शिकायत, यहां से नोट करें नंबर
उपभोक्ता बिजली बिल की गड़बड़ी से संबंधित शिकायत अब वाट्सऐप पर भी कर सकते हैं। सभी अंचलों के अधीक्षण अभियंताओं को कहा गया है कि यथाशीघ्र सभी वाट्सऐप नंबर को सक्रिय कर उपभोक्ताओं की शिकायतों का निष्पादन करें।
जागरण संवाददाता, पटना : साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के उपभोक्ता बिजली बिल की गड़बड़ी से संबंधित शिकायत अब वाट्सऐप पर भी कर सकते हैं। कंपनी के महाप्रबंधक (राजस्व) अरविंद कुमार ने सभी 11 अंचलों का वाट्सऐप नंबर जारी कर दिया है। सभी अंचलों के अधीक्षण अभियंताओं को कहा गया है कि यथाशीघ्र सभी वाट्सऐप नंबर को सक्रिय कर उपभोक्ताओं की शिकायतों का निष्पादन करें। सभी अधीक्षण अभियंता अपने स्तर पर दस हजार रुपये का एक-एक स्मार्ट मोबाइल फोन की खरीद करेंगे। शिकायत मिलने के बाद सहायक अभियंता और कनीय विद्युत अभियंता से समन्वय स्थापित कर शिकायत का निष्पादन कराएं।
वाट्सऐप नंबर का व्यापक रूप से प्रचार प्रसार कराने का निर्देश दिया है ताकि ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ता इस नंबर पर अपनी शिकायतें भेज सकें। शत प्रतिशत शिकायत निवारण किया जाना है। महाप्रबंधक-राजस्व ने बताया कि वाट्सएप पर आने वाली शिकायतों की निगरानी सभी अंचल के अधीक्षण अभियंता करेंगे। प्रयास है कि उपभोक्ताओं की शिकायतें जल्द से जल्द दूर हो जाएं। टोल फ्री नंबर 1912, सुविधा एप और कंपनी की वेबसाइट www.sbpdcl.co.in पर भी शिकायत की जाती है।
इन नंबर पर करें वाट्सऐप
अंचल - वाट्सऐप नंबर
पेसू पूर्वी 6287242960
पेसू पश्चिम 6287242962
पटना 6287242963
आरा, सासाराम 6287242964
औरंगाबाद 6287242965
गया 6287242966
नालंदा 6287242967
मुंगेर 6287242968
जमुई 6287242969
भागलपुर 6287242970
जन संघर्ष मोर्चा ने बैठक कर प्रीपेड मीटर का किया विरोध
जन संघर्ष मोर्चा द्वारा रामपुर नहर रोड स्थित प्रयाग नगर में आयोजित बैठक में लगाए जा रहे प्रीपेड विद्युत मीटर का विरोध किया। अध्यक्षता कर रहे मोर्चा के अध्यक्ष व पूर्व पार्षद प्रदीप मेहता ने कहा कि अधिसंख्य उपभोक्ताओं के पास स्मार्ट फोन नहीं है। प्रीपेड मीटर चार्ज करना बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ 25 नवंबर को कुम्हरार स्थित विद्युत आपूर्ति प्रमंडल गुलजारबाग के समक्ष धरना देने का निर्णय लिया गया है। बैठक में मो. गुलाम सरवर आजाद, मोहन प्रसाद, कुशवाहा नंदन, वसीउद्दीन अहमद, देव रतन प्रसाद, मुन्ना खान, दिलीप महतो, रवींद्र प्रसाद सिन्हा, शकुंतला प्रजापति, नैयर कमाल, मो. मोईन, लीलाधर वर्णवाल समेत समेत ने अपने विचार रखे।