'लालू-नीतीश-भाजपा बस दो साल में...', Prashant Kishor का बड़ा एलान, क्या बिहार में फिर हो जाएगा 'खेला'?
Bihar Politics जनसुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर आए दिन कोई बड़ा बयान देते हैं। कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस से उनका संबंध जोड़ा जाता है। प्रशांत किशोर का किस पार्टी या नेताओं से गहरा संबंध है। अब इस बारे में उन्होंने खुद जवाब दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अगले दो सालों में कुछ बड़ा करने जा रहे हैं।
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi जनसुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने फिर बिहार सरकर के साथ तमाम राजनीतिक दलों को घेरा है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि उनका किस राजनीतिक पार्टी या नेता से संबंध है, यह बताने वाले कई लोग बिहार में हैं।
उन्होंने कहा कि डेढ़ साल से कोई बता रहा है कि भाजपा से उनका संबंध है, तो कोई कांग्रेस या लालू-नीतीश (Lalu Yadav- Nitish Kumar) से उनके संबंध जोड़ रहा है।
मैं सिर्फ बिहार की जनता के साथ हूं। pic.twitter.com/e3iYJ3Vfx4— Jan Suraaj (@jansuraajonline) January 31, 2024
उन्होंने कहा कि उनका संबंध इस देश में ज्यादातर बड़े नेताओं से रहा है, लेकिन पिछले दो साल से केवल संबंध बिहार की जनता से है। प्रशांत किशोर ने कहा कि आजकल जो राज्य में चल रहा है नीतीश-लालू और भाजपा, अगले दो वर्षों में हम इसको पूरी तरह से खत्म करके दिखाएंगे।
भाजपा और राजद दोनों करते हैं सहयोग
गौरतलब है कि बलिया (बेगूसराय) के डंडारी प्रखंड के कटरमाला एवं राजोपुर में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने सोमवार को पदयात्रा की थी। इस दौरान लोगों से जनसंवाद किया। कहा कि भाजपा को विधानसभा में बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। भाजपा और राजद दोनों नीतीश कुमार को पलटी मारने में सहयोग करते हैं।
लोगों से कहा कि आप अपने वोट की कीमत को समझें। वोट पार्टी को देखकर नहीं अपनी समस्या को देखकर करें। उन्होंने जनसंवाद करते हुए कहा बिहार में गरीबी और पिछड़ेपन का मूल कारण है, जब लोग वोट देने जाते हैं तो वे उन विषयों पर वोट करते हैं जिसका कोई सरोकार नहीं होता।
लोग अपनी समस्याओं पर वोट नहीं देते हैं। पदयात्रा का उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। यहां के लोग जिन समस्याओं को झेलते हैं, वे उन वजहों को जानते हैं, लेकिन उस पर वोट नहीं करते हैं। इसलिए नुक्कड़ सभाएं कर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
बिहार में नए दल व विकल्प की जरूरत है, जो दल किसी जाति, परिवार का न हो, बल्कि समाज का हो। डंडारी प्रखंड के कटरमाला दक्षिणी के मध्य विद्यालय मैदान में स्थानीय लोगों के साथ चर्चा की। इसके बाद डंडारी के राजोपुर पंचायत भवन में जनसंवाद कर लोगों को वोट की ताकत के बारे में बताया।
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