तीसरी बड़ी इकोनमी बनने का मूल आधार होगा अदाणी समूह, अमेरिकी ब्रोकरेज हाउस ने किया दावा
अमेरिका स्थित ब्रोकरेज हाउस ने कहा देश को अदाणी की उतनी ही जरूरत है जितनी अदाणी को देश की है। ब्रोक्रेज फर्म का कहना है कि भारत के 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनमी बनने की महत्वाकांक्षा का मूल आधार अदाणी समूह है। देश के बुनियादी ढांचे के विकास में अदाणी समूह की कंपनियां महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। वित्तीय सेवाएं देने वाली अमेरिका स्थित कैंटर फिट्जगेराल्ड एंड कंपनी ने कहा है कि अदाणी समूह 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की भारत की महत्वाकांक्षा का मूल आधार है। देश के बुनियादी ढांचे के विकास में समूह महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
विश्लेषक ब्रेट नाब्लाउच और थामस सिस्के द्वारा लिखी गई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि समूह की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड 50 प्रतिशत से अधिक का लाभ दे सकती है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, 'भारत अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश और 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की महत्वाकांक्षा रखा है। इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए भारत को अपने ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने के अलावा, डिजिटल और भौतिक बुनियादी ढांचे दोनों में निवेश करना होगा।"
उत्पादकता बढ़ाने की जरूरत
कंपनी ने कहा कि यह निवेश भारत के लिए उत्पादकता वृद्धि को बढ़ाने के लिए जरूरी हैं, क्योंकि वर्तमान में भारत में प्रति व्यक्ति जीडीपी 2,250 डॉलर है जबकि चीन में यह आंकड़ा 12,556 डालर है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत जो कुछ भी हासिल करना चाहता है कि उसके मूल में अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड है।
कैंटर ने कहा कि अदाणी एंटरप्राइजेज एक ऐसी कंपनी है जिसके बारे में बहुत कम बात होती है। उन्होंने कहा, 'हमारा मानना है कि देश को अदाणी की उतनी ही जरूरत है, जितनी अदाणी को देश की है।'