Air Traffic in India: इस साल 41 करोड़ से ज्यादा हो सकती है देश में हवाई यात्रियों की संख्या
इक्रा ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के साथ-साथ दिल्ली हैदराबाद और कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के परिचालकों के बीच किए सर्वेक्षण के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है। इक्रा में कॉरपोरेट रेटिंग के उपाध्यक्ष एवं क्षेत्र प्रमुख विनय कुमार जी. का कहना है भारतीय हवाई अड्डा यात्रियों की संख्या में सुधार अन्य प्रमुख वैश्विक समकक्षों की तुलना में सबसे अधिक में से एक है।
पीटीआई, नई दिल्ली। Air Traffic in India देश में जैसे जैसे विकास को गति मिल रही है और नए-नए एयरपोर्ट सर्विस में आ रहे हैं, हवाई यात्रियों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। अब क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने अनुमान जताया है कि चालू वित्त वर्ष यानी वर्ष 2024-25 में देश में हवाई यात्रियों की संख्या 40.7 से 41.8 करोड़ के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच सकती है। पिछले वित्त 2023-24 में यह आंकड़ा 37.64 करोड़ था। यह कोविड-19 वैश्विक महामारी से पहले की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है।
इक्रा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वित्त वर्ष 2024-25 में हवाई यातायात में सालाना आधार पर करीब आठ से 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ यात्रियों की संख्या 40.7 से 41.8 करोड़ तक पहुंच सकती है। छुट्टियों के सीजन और व्यावसायिक यात्रा दोनों में मजबूत वृद्धि के साथ घरेलू क्षेत्र में नई जगहों तक पहुंच में सुधार और अंतरराष्ट्रीय यात्रा में निरंतर वृद्धि इसकी मुख्य वजह रहेगी।
रिपोर्ट में कहा गया कि वित्त वर्ष 2024-25 में चुनिंदा हवाई अड्डा परिचालकों का सालाना आधार पर राजस्व कुल 15-17 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान है।
इक्रा ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के साथ-साथ दिल्ली, हैदराबाद और कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों के परिचालकों के बीच किए सर्वेक्षण के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है।
इक्रा में कॉरपोरेट रेटिंग के उपाध्यक्ष एवं क्षेत्र प्रमुख विनय कुमार जी. का कहना है, ''भारतीय हवाई अड्डा यात्रियों की संख्या में सुधार अन्य प्रमुख वैश्विक समकक्षों की तुलना में सबसे अधिक में से एक है। कैलेंडर वर्ष 2023 में वैश्विक यात्री यातायात में भारत की हिस्सेदारी 4.2 प्रतिशत, जबकि 2019 में 3.8 प्रतिशत थी।''
उन्होंने कहा, ''मजबूत आर्थिक वृद्धि के साथ-साथ नए मार्गों के जुड़ने से भारतीय यात्री यातायात कोविड-पूर्व के मुकाबले 106 प्रतिशत तक पहुंच गया। भारतीय हवाई यात्री यातायात के वैश्विक रुझान से बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है।''