Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

IT सेक्टर में सुस्ती की आशंका के बावजूद सर्विस निर्यात में बढ़ोतरी, एकाउंट्स सहित अन्य क्षेत्रों से आ रहा काम

15 जून को सर्विस निर्यात का आंकड़ा वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय जारी करेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक एकाउंटिंग ऑडिटिंग व बुक किपिंग का निर्यात 60 अरब डॉलर को पार कर गया है और हर साल 8-9 फीसद की दर से इस क्षेत्र के निर्यात में बढ़ोतरी हो रही है।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Thu, 08 Jun 2023 10:22 PM (IST)
Hero Image
टूरिज्म, एकाउंट्स, लीगल जैसी सेवा व मेडिकल टूरिज्म आईटी सेक्टर की कमी को कर रहे हैं भरपाई

नई दिल्ली, राजीव कुमार। अमेरिका व यूरोप की अर्थव्यवस्था में सुस्ती से चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में आईटी सेक्टर के कारोबार प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन सर्विस निर्यात पर इसका कोई असर होता नहीं दिख रहा है। क्योंकि एकाउंट्स, ऑडिट व लीगल सेवा के क्षेत्र में दुनिया के विभिन्न देशों से भारत में काफी अधिक काम आ रहा है।

मेडिकल टूरिज्म में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही

वहीं, टूरिज्म के साथ मेडिकल टूरिज्म में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। सर्विस एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के चेयमरैन सुनील एच. तेलाती ने बताया कि एकाउंट्स व ऑडिट, लीगल सेवा, मेडिकल टूरिज्म व टूरिज्म आईटी सेक्टर की मांग में होने वाली कमी की पूर्ति कर रहे हैं। पड़ोसी देशों से टूरिज्म बढ़ रहा है तो मेडिकल टूरिज्म में लगातार बढ़ोतरी दिख रही है। पिछले वित्त वर्ष में मेडिकल टूरिज्म के तहत 14 लाख विदेशी भारत आए।

मई माह में सर्विस निर्यात में दहाई अंक में हो सकती है बढ़ोतरी

तेलाती ने बताया कि चालू वित्त वर्ष में मई माह में सर्विस निर्यात में दहाई अंक में बढ़ोतरी हो सकती है। गत अप्रैल माह में वस्तु के निर्यात में 12 फीसद की गिरावट रही, लेकिन सर्विस निर्यात में 7.5 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई। 15 जून को सर्विस निर्यात का आंकड़ा वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय जारी करेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक एकाउंटिंग, ऑडिटिंग व बुक किपिंग का निर्यात 60 अरब डॉलर को पार कर गया है और हर साल 8-9 फीसद की दर से इस क्षेत्र के निर्यात में बढ़ोतरी हो रही है।

लीगल सर्विस एक्सपोर्ट में आ सकता है उछाल

भारत का लीगल सर्विस एक्सपोर्ट भी दो-तीन सालों में एक अरब डॉलर के स्तर को छू सकता है। वर्ष 2026 तक मेडिकल टूरिज्म का निर्यात 13 अरब डॉलर तक हो सकता है। मेडिकल टूरिज्म एसोसिएशन के मुताबिक 46 देशों के मेडिकल टूरिज्म वैश्विक सूचकांक में भारत 10वें स्थान पर है। गत वित्त वर्ष 2022-23 में पूर्व के वित्त वर्ष के मुकाबले सर्विस निर्यात 27 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 323 अरब डॉलर का रहा।

इन निर्यात में आईटी सेवा की हिस्सेदारी अधिक

इस निर्यात में आईटी सेवा की हिस्सेदारी 60 फीसद से अधिक है जिनमें बीपीओ, साफ्टवेयर, हार्डवेयर आदि भी शामिल हैं। सर्विस से जुड़े अन्य सेक्टर की मांग में तेजी की वजह से चालू वित्त वर्ष 2023-24 में सर्विस निर्यात 400 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही है। दुनिया भर में तेजी से डिजिटल सेवा के विस्तार से भी भारत के सर्विस निर्यात को मदद मिल रही है।

फिनटेक जैसे सेक्टर में सर्विस निर्यात की मांग निकल रही है। जानकारों के मुताबिक कुशल व प्रशिक्षित युवाओं की बदौलत सर्विस सेक्टर का निर्यात बढ़ रहा है। सर्विस के वैश्विक निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 4.4 फीसद है।