Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Gold Silver Price: लगातार दूसरे दिन स्थिर रहे सोने के दाम, चांदी फिर चमकी

राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन सोना 74150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रहा। वहीं चांदी की कीमत 200 रुपये बढ़कर 87200 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। विशेषज्ञों ने कहा कि जैक्सन होल संगोष्ठी में अमेरिकी फेडरल रिजर्व जेरोम पॉवेल के भाषण से पहले सर्राफा बाजार के व्यापारी सतर्क दिख रहे हैं। आइए अपडेटेड प्राइस जान लेते हैं।

By Agency Edited By: Ram Mohan Mishra Updated: Thu, 22 Aug 2024 07:16 PM (IST)
Hero Image
सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन कोई बदलाव नहीं हुआ है।

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन सोना 74,150 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रहा। हालांकि, चांदी की कीमत 200 रुपये बढ़कर 87,200 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जबकि बुधवार को पिछले बंद भाव 87,000 रुपये प्रति किलोग्राम था। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी दूसरे दिन 73,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रहा।

ग्लोबल मार्केट का हाल

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, कॉमेक्स सोना 9.70 डॉलर की गिरावट के साथ 2,537.80 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जबकि वैश्विक बाजारों में चांदी मामूली गिरावट के साथ 29.94 डॉलर प्रति औंस पर बोली गई।

यह भी पढ़ें- पहली तिमाही में कम हो सकती है इकोनॉमिक ग्रोथ, ICRA ने 6 फीसदी रहने का जताया अनुमान

विशेषज्ञों ने क्या कहा? 

विशेषज्ञों ने कहा कि जैक्सन होल संगोष्ठी में अमेरिकी फेडरल रिजर्व जेरोम पॉवेल के भाषण से पहले सर्राफा बाजार के व्यापारी सतर्क दिख रहे हैं। बुधवार को जारी फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के मिनट्स ने भी व्यापारियों के बीच खरीदारी के पैटर्न को प्रभावित किया है।

मेहता इक्विटीज के उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने कहा कि सोने और चांदी में स्थिर कारोबार हुआ और मिश्रित रुख के साथ बंद हुआ, क्योंकि फेड के अधिकांश सदस्य अगली नीति बैठक में ब्याज दरों में कटौती करने पर सहमत हुए। हालांकि, MOFSL में कमोडिटी रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक मानव मोदी ने कहा, "कुछ अधिकारी अभी भी प्रतीक्षा और निगरानी के दृष्टिकोण में हैं, जो आर्थिक डेटा बिंदुओं के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं।"

एंजेल वन लिमिटेड में डीवीपी-रिसर्च, गैर-कृषि कमोडिटीज और मुद्राओं के प्रथमेश माल्या के अनुसार, कमजोर डॉलर और कम बॉन्ड यील्ड के बीच शुक्रवार को जैक्सन होल संगोष्ठी में फेड चेयर जेरोम पॉवेल के भाषण के लिए प्रत्याशा के कारण सोने में तेजी आने की संभावना है।

माल्या ने कहा, "उम्मीद है कि वह इस बारे में संकेत देंगे कि फेड सितंबर में ब्याज दरों में कितनी गहराई से और कितनी तेजी से कटौती शुरू करेगा, क्योंकि उसने मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों को दो दशक के उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया था।"

यह भी पढ़ें- पिछले वित्त वर्ष में नई नौकरियों में सिर्फ 1.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी, बैंक आफ बड़ौदा ने शेयर की रिपोर्ट