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India's Trade Deficit: जून में 23.52 फीसद बढ़ा निर्यात, आयात में भी बढ़ोतरी; व्यापार घाटा रिकॉर्ड 26.18 अरब अमेरिकी डॉलर

Indias Trade Deficit आंकड़ों से पता चलता है कि जून 2021 की तुलना में जून 2022 में आयात 57.55 फीसद बढ़कर 66.31 अरब डॉलर हो गया है। आयात में भारी वृद्धि के चलते व्यापार घाटा लगातार बढ़ रहा है।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Thu, 14 Jul 2022 05:51 PM (IST)
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India's Trade Deficit: Exports rise 23.52 Percent to USD 40.13 billion in June
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आयात (Import) और निर्यात (Export) के बीच संतुलन साधने की तमाम कोशिशों के बाद भी व्यापार घाटा (Trade Deficit) हर महीने नया रिकॉर्ड बना रहा है। गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जून में भारत का व्यापारिक निर्यात (India's merchandise exports) 23.52 प्रतिशत बढ़कर 40.13 अरब डॉलर हो गया, जबकि व्यापार घाटा 26.18 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। आंकड़ों से पता चलता है कि जून में आयात में भी 57.55 फीसद की बढ़ोतरी हुई और यह बढ़कर 66.31 अरब डॉलर हो गया। आंकड़े बताते हैं कि जून 2021 में व्यापार घाटा 9.60 अरब अमेरिकी डॉलर था।

कहां कितनी बढ़ोतरी

अप्रैल-जून 2022-23 में संचयी निर्यात (Cumulative exports) लगभग 24.51 प्रतिशत बढ़कर 118.96 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जबकि इस अवधि के दौरान आयात 49.47 प्रतिशत बढ़कर 189.76 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। चालू वित्त वर्ष के पहले तीन महीनों के दौरान व्यापार घाटा (Trade Deficit) तेजी से बढ़कर 70.80 अरब डॉलर हो गया। महत्वपूर्ण बात यह है कि एक साल पहले की समान अवधि में यह 31.42 अरब डॉलर था।

लगातार बढ़ रहा है व्यापार घाटा

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने गुरुवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि भारत का माल और सेवाओं (Merchandise and Services) का संयुक्त रूप से कुल निर्यात जून 2022 में सालाना आधार पर 22.95 फीसद बढ़कर लगभग 64.91 अरब डॉलर होने का अनुमान है। जबकि इसी अवधि के लिए कुल आयात 82.42 बिलियन डॉलर रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 55.72 प्रतिशत अधिक है। इस साल जून में कुल व्यापार घाटा बढ़कर 17.52 डॉलर हो गया, जो जून 2021 में 0.14 डॉलर था। जून में गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न आभूषण निर्यात में 8.65 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो 27.94 बिलियन डॉलर थी। जबकि आयात 38.30 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 38.53 बिलियन डॉलर के था।