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India's Exports Growth: चुनौतियों के बावजूद वित्त वर्ष 2023-24 में कुल निर्यात रिकॉर्ड ऊंचाई पर

वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक गत मार्च में 41.6 अरब डॉलर का वस्तु निर्यात रहा जो पिछले साल मार्च के मुकाबले 0.67 प्रतिशत कम है। मार्च के आयात में भी कमी रही। इस साल मार्च में 57.28 अरब डॉलर जबकि पिछले साल मार्च में 60.92 अरब डॉलर का आयात किया गया था। आयात में कमी से कुल व्यापार घाटे में 30 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।

By Jagran News Edited By: Praveen Prasad Singh Updated: Mon, 15 Apr 2024 08:41 PM (IST)
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इस साल 18 देशों के आर्थिक विकास की दर पिछले साल से अधिक रहने का अनुमान है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2023-24 में वैश्विक स्तर पर तमाम चुनौतियों के बावजूद देश का कुल निर्यात 776.68 अरब डॉलर का रहा जो अब तक का सर्वाधिक है। इससे पूर्व के वित्त वर्ष 2022-23 मे कुल निर्यात 776.40 अरब डॉलर का था। कुल निर्यात को नए मुकाम तक पहुंचाने में सेवा निर्यात का अहम योगदान रहा।

आयात में कमी से व्‍यापार घाटा भी हुआ कम

गत वित्त वर्ष 2023-24 में सेवा निर्यात 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 339.62 अरब डॉलर का रहा जबकि वस्तु निर्यात 3.11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 437 अरब डॉलर तक पहुंच सका। गत वित्त वर्ष 23-24 में कुल आयात 854.80 अरब डॉलर का रहा जबकि पूर्व के वित्त वर्ष 22-23 में 898 अरब डॉलर का आयात किया गया था। आयात में कमी से कुल व्यापार घाटे में 30 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।

वस्तु निर्यात में भी हो रही सकारात्‍मक बढ़ोतरी

वस्तु निर्यात में इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स, इंजीनियरिंग गुड्स, ड्रग्स व फार्मा, लौह अयस्क, यार्न व फैबरिक, फल-सब्जी जैसे उत्पादों के निर्यात का प्रदर्शन बेहतर रहा। वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि गत वित्त वर्ष में यूक्रेन-रूस युद्ध, लाल सागर व्यववधान, पनामा रूट पर दिक्कत के साथ वैश्विक स्तर पर मंदी के बावजूद हमने अब तक का रिकार्ड निर्यात किया। उन्होंने कहा कि वस्तु निर्यात में जरूर गिरावट हो रही थी, लेकिन अब हम वस्तु निर्यात में भी सकारात्मक बढ़ोतरी की ओर बढ़ रहे हैं।

तेजी से की जा रही नए बाजार की तलाश

विश्व व्यापार संगठन व अन्य एजेंसियों ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 में वैश्विक व्यापार गत वित्त वर्ष से अधिक रहने का अनुमान लगाया है जिसका फायदा भारत को भी मिलेगा। इसके अलावा भारत तेजी से नए बाजार की तलाश कर रहा है। इस साल 18 देशों के आर्थिक विकास की दर पिछले साल से अधिक रहने का अनुमान है।

वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक गत मार्च में 41.6 अरब डॉलर का वस्तु निर्यात रहा जो पिछले साल मार्च के मुकाबले 0.67 प्रतिशत कम है। मार्च के आयात में भी कमी रही। इस साल मार्च में 57.28 अरब डॉलर जबकि पिछले साल मार्च में 60.92 अरब डॉलर का आयात किया गया था।

वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक गत वित्त वर्ष में भारत के प्रमुख निर्यात बाजार में अमेरिका, यूएई, ईयू, ब्रिटेन, सिंगापुर, मलेशिया, बांग्लादेश, नीदरलैंड, चीन व जर्मनी शामिल हैं।

वित्त वर्ष 2023-24 में वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले जिन वस्तुओं के निर्यात का रहा बेहतर प्रदर्शन

वस्तु निर्यात बढ़ोतरी प्रतिशत में
इलेक्ट्रॉनिक्स 23.64 प्रतिशत
ड्रग्स व फार्मा 9.67 प्रतिशत
यार्न व फैबरिक

6.71 प्रतिशत

लौह अयस्क 117.74 प्रतिशत
फल व सब्जी 13.86 प्रतिशत
मसाला 12.30 प्रतिशत
सेरामिक उत्पाद व ग्लासवेयर 14.44 प्रतिशत
स्त्रोत: वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय