World Cup 2023 Countdown: सचिन तेंदुलकर का सपना हुआ था साकार, भारत ने खत्म किया था 28 साल का सूखा
The tale of 2011 World Cup एमएस धोनी की अगुआई में टीम इंडिया को 28 साल बाद एक बार फिर विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल हुआ साथ ही सचिन तेंदुलकर का वह सपना भी पूरा किया जिसका पीछा मास्टर ब्लास्टर पिछले पांच विश्व कप से कर रहे थे। भारत ने वानखेड़े स्टेडियम पर श्रीलंका को मात देकर विश्व कप खिताब अपने नाम किया था।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। घरेलू मैदान पर हो रहे विश्व कप के आयोजन की वजह से भारतीय टीम से प्रशंसकों को ढेरों उम्मीद थी और भारत को टी-20 का खिताब दिला चुके कप्तान धोनी पर भी उम्मीदों का भार कम न था। टीम इंडिया ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए फाइनल में जगह बनाई।
श्रीलंका के खिलाफ खिताबी मुकाबले में 275 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 114 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे, तब धोनी ने शानदार प्रदर्शन कर रहे युवी की जगह खुद मैदान पर उतरकर सभी को चौंका दिया। सारी जिम्मेदारी उठाते हुए उन्होंने नाबाद 91 रन की पारी खेलकर एक समय मुश्किल नजर आ रही जीत को आसान बना दिया।
युवराज का असाधारण प्रदर्शन
यदि यह कहा जाए कि युवराज सिंह शायद पैदा ही इसलिए हुए थे कि वह भारत को 2011 विश्व कप टूर्नामेंट में खिताब दिला सके, तो शायद अतिश्योक्ति नहीं होगी। पूरे टूर्नामेंट में युवराज का प्रदर्शन असाधारण रहा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में विषम परिस्थितियों में खास प्रदर्शन (नाबाद 57) किया। टूर्नामेंट से पहले युवी थोड़े बीमार भी थे, लेकिन विश्व कप को देखते हुए उन्होंने इलाज को टाल दिया। बाद में पता चला कि वह फेफड़े के कैंसर से जूझ रहे थे। युवराज ने 90.50 की औसत से कुल 362 रन बनाए।
विश्व कप में आया गुलाबी तूफान
लीग मैच में इंग्लैंड का मुकाबला अपने पड़ोसी मुल्क आयरलैंड से था। दोनों टीमों का कोई मेल नहीं था, लेकिन गुमनाम खिलाड़ियों वाली आयरलैंड की टीम में मौजूद केविन ओ ब्रायन नाम के बल्लेबाज ने विश्व कप का सबसे तेज शतक जड़ते हुए मजबूत इंग्लिश टीम को ऐसी पटखनी दी, जिसे अंग्रेज ताउम्र नहीं भुला पाएंगे।
इंग्लैंड ने 327 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया और लक्ष्य का पीछा करने उतरी आयरिश टीम के 111 रन पर पांच बल्लेबाज पवेलियन भेज दिए। इसके बाद पावरप्ले आया, जिसमें 62 रन बने और मैच में रोमांच पैदा हो गया। बालों को गुलाबी रंग से रंगे केविन ने मैदान के चारों तरफ खुल कर शॉट लगाए और आयरलैंड ने विश्व कप इतिहास में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड बनाते हुए दुनिया को अचंभे में डाल दिया।
फाइनल भारत बनाम श्रीलंका श्रीलंका : 274/6 (50 ओवर) भारत : 277/4 (48.2 ओवर) भारत छह विकेट से विजयी एमएस धोनी (भारत)
आयोजक देश: भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश
सर्वाधिक विकेट लेने वाले शीर्ष तीन गेंदबाज
- शाहिद अफरीदी- पाकिस्तान-8 मैच - 21 विकेट- 16/5 बेस्ट
- जहीर खान - भारत- 9 मैच- 21 विकेट - 20/3 बेस्ट
- टिम साउथी - न्यूजीलैंड- 8 मैच- 18 विकेट- 13/3 बेस्ट
सर्वाधिक रन बनाने वाले शीर्ष तीन बल्लेबाज
- तिलकरत्ने दिलशान- श्रीलंका- 9 मैच में 500 रन- 144 बेस्ट
- सचिन तेंदुलकर- भारत - 9 मैच में 482 रन - 120 बेस्ट
- कुमार संगकारा - श्रीलंका- 9 मैच में 465 रन- 111 बेस्ट