Delhi Lok Sabha Elections: सातों सीटों पर AAP-Congress का बन रहा ये समीकरण, केजरीवाल के इस कदम से बदला माहौल
आप का पिछले साल राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद यह पहला चुनाव है। पिछले दो लोकसभा चुनाव में आप बहुत मजबूती के साथ चुनाव लड़ी है। 2014 में आप ने पहला लोकसभा चुनाव लड़ा था उसे दिल्ली में 32 प्रतिशत मत मिले थे। जबकि 2019 के लाेकसभा चुनाव में आप को 18.1 प्रतिशत मत मिले थे। गठबंधन की वजह से मत प्रतिशत बढ़ रहा है।
वी के शुक्ला, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के लिए दिल्ली में लोकसभा चुनाव अति महत्वपूर्ण हो गया है। गठबंधन में लड़ रही आप के लिए सभी चारों सीटें जीतना प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है।
हालांकि आप सभी सातों सीटें जिताने के लिए दिल्ली की जनता से अपील कर रही है, मगर आप ने चार सीटों पर ही प्रत्याशी उतारे हैं। ये चारों सीटें जीतने के लिए आप अभी से जी जान लगा रही है।
आप से सबसे पहले अपनी चारों सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं और उसी दिन से प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।आप का प्रयास यह है कि उसके प्रत्याशी हर कॉलोनी की हर गली तक प्रचार करने जाएं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वयं भी चुनाव जीतने के लिए हर दांव चल रहे हैं।
उनका मकसद यही है कि हर वर्ग को अपनी बात समझा सकें कि जिससे कि लोक सभा चुनाव में भी उन्हें वोट दें।राजनीतिक जानकारों का आंकलन है कि अगर इस लोकसभा चुनाव में आप बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाती है ताे दिल्ली के अगले विधानसभा चुनाव में उसका मत प्रतिशत प्रभावित हो सकता है।
राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद का पहला चुनाव
आम आदमी पार्टी की बात करें ताे पिछले साल राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद यह उसके लिए पहला चुनाव है। पिछले दो लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी बहुत मजबूती के साथ चुनाव लड़ी है। हालांकि 2014 की अपेक्षा 2019 के चुनाव में आप का मत प्रतिशत कम हुआ है।
2014 में आप ने पहला लोकसभा चुनाव लड़ा था, उसे दिल्ली में 32 प्रतिशत मत मिले थे। जबकि 2019 के लाेकसभा चुनाव में आप को 18.1 प्रतिशत मत मिले थे।
2019 में दो सीटों पर आप रही नंबर दो
इस बार आप ने गठबंधन में नई दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली सीट पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। दिल्ली की सातों सीटों की बात करें तो पिछली बार यानी 2019 में आप दो सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी।
उसे दक्षिणी दिल्ली सीट पर 26.34 प्रतिशत वाेट मिले थे, यहां से राघव चड्ढा चुनाव मैदान में उतरे थे, वहीं उत्तरी पश्चिमी दिल्ली सीट पर भी आप दूसरे नंबर पर रही थी। इस सीट पर आप को 21.01 प्रतिशत वाेट मिले थे।
2019 में कांग्रेस पांच सीटों पर रही थी नंबर दो
आप ने दिल्ली में जिस गणित के आधार पर कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है, उसके अनुसार दिल्ली में दोनों को मिलाकर कुल मत प्रतिशत 40 के करीब बैठता है।
2019 में आप को जहां 18 प्रतिशत वहीं कांग्रेस को कुल 22 प्रतिशत वाेट मिले थे, कांग्रेस पांच सीटों पर नंबर दो पर रही थी। आप का गणित यह है कि आप और कांग्रेस दिल्ली में गठबंधन में चुनाव लड़ रही हैं। आप इसी गणित के आधार पर दिल्ली में चुनाव जीत लेने का दावा कर रही है।
मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना से बदला माहौल
आप के नेता मान रहे हैं कि दिल्ली में लोकसभा चुनाव में पिछले चुनाव की अपेक्षा आप इस बार अच्छी स्थिति में है। उनके अनुसार आप जनता को यह बात समझा पाने में सक्षम हो रही है कि साताें लोकसभा सीटों पर आप व कांग्रेस के गठबंधन को जिताना क्यों जरूरी है। मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना को बजट में शामिल करने से भी आप के पक्ष में माहाैल बन रहा है।
लोकसभा चुनाव 2019 में किस-किस सीट पर आप को कितने मत
सीट | कुल मत | मत प्रतिशत |
चांदनी चौक | 144551 | 14.74 |
उत्तरी पश्चिमी | 294760 | 21.01 |
पश्चिमी दिल्ली | 251872 | 17.46 |
नई दिल्ली | 150342 | 16.33 |
दक्षिणी दिल्ली | 319971 | 26.34 |
उत्तर पूर्वी दिल्ली | 190856 | 13.05 |
पूर्वी दिल्ली | 219328 | 17.43 |
कुल | 18.1 |