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बाल सुधारगृह भी नाबालिग अपराधियों को सुधारने में फेल, किशोरों द्वारा अपराध में नंबर 1 है दिल्ली; ये है वजह

देश की राजधानी में पढ़ने की उम्र में नाबालिग अपराध की दुनिया में कदम बढ़ा रहे हैं। चोरी लूटपाट के साथ लोगों का खून बहा रहे हैं। ऐसा करने में उनको जरा भी हिचक नहीं हो रही। कई नाबालिग अपराधी तो ऐसे हैं जो बाल सुधार गृह जाकर भी नहीं सुधर रहे। वह वहां से बाहर आने के बाद अपराध के क्षेत्र में फिर से सक्रिय हो जा रहे हैं।

By Ashish GuptaEdited By: Pooja TripathiUpdated: Fri, 24 Nov 2023 10:24 AM (IST)
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नाबालिग अपराधियों की दिल्ली में बढ़ी संख्या। वीडियो ग्रैब

आशीष गुप्ता, पूर्वी दिल्ली। देश की राजधानी में पढ़ने की उम्र में नाबालिग अपराध की दुनिया में कदम बढ़ा रहे हैं। चोरी, लूटपाट के साथ लोगों का खून बहा रहे हैं। ऐसा करने में उनको जरा भी हिचक नहीं हो रही।

कई नाबालिग अपराधी तो ऐसे हैं, जो बाल सुधार गृह जाकर भी नहीं सुधर रहे। वह वहां से बाहर आने के बाद अपराध के क्षेत्र में फिर से सक्रिय हो जा रहे हैं। यह समाज के लिए चिंता की बात है।

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वेलकम इलाके का आरोपी पिछले माह ही बाल सुधारगृह से लौटा है

वेलकम की जनता मजदूर कालोनी में मंगलवार को किशोर युसूफ की हत्या को अंजाम देने वाला नाबालिग आरोपित इसका ताजा उदाहरण है। वह पिछले माह ही लूट के मामले में बाल सुधार गृह से बाहर आया है। इससे पहले भी वह बाल सुधार गृह जा चुका है, लेकिन उसका हृदय परिवर्तन नहीं हुआ।

बल्कि, वह अपराध की दुनिया में गहरी जड़ें जमाता जा रहा है। इसी तरह भजनपुरा में 29 अगस्त को एमेजोन के सीनियर मैनेजर की हत्या हरप्रीत गिल की हत्या करने वाले आरोपित माया ने नाबालिग रहते हुए गिरोह का गठन किया था, वह भी कई बार बाल सुधार गृह गया था।

NCRB के आंकड़ों में किशोर अपराधियों के मामले में अव्वल है दिल्ली

एनसीआरबी की 2021 की रिपोर्ट 'भारत में अपराध 2021' के मुताबिक, दिल्ली में अन्य शहरों की तुलना में अधिक किशोर अपराध और कानून के उल्लंघन में लिप्त हैं।

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अगर बात की जाए सभी केंद्र शासित राज्यों की तो इनमें कुल मिलाकर 3,129 किशोर अपराध में लिप्त रहे जिनमें से अकेले दिल्ली के किशोरों की संख्या 2643 है। राजस्थान जैसे बड़े राज्यों में 2757 मामले और तमिलनाडु में 2212 मामले देखे गए।

अगर रिपोर्ट का विश्लेषण करें तो पाएंगे कि अन्य मेट्रोपोलिटन शहरों में किशोर अपराधियों की संख्या कम हो रही है। वहीं दिल्ली इसका ब्लैक स्पॉट बना हुआ है। साल 2023 में ही कुल 10 मामले दिल्ली में ऐसे आ चुके हैं, जहां किशोर संलिप्त पाए गए। हालांकि यह आधिकारिक आंकड़ा नहीं है बल्कि कुछ बड़े क्राइम हैं जिसमें किशोरों को संलिप्त पाया गया।

फिल्म में बदमाशों की दबंगई देख बन रहे अपराधी

कई केस ऐसे सामने आए हैं जब पुलिस को पूछताछ में पता चला कि बालीवुड की कई फिल्म देखकर नाबालिग बदमाश बने हैं। फिल्म में दिखाई गई बदमाशों की दबंगई से नाबालिग गलत कदम उठा रहे हैं। वह फिल्म में दिखाए गए बदमाश जैसा जीवन जीना चाहते हैं।

मंडावली थाने में गत अप्रैल में हुई हत्या के मामले में पकड़े गए दो नाबालिग फिल्में देखकर ही बदमाश बने थे। यूट्यूब पर उनके वीडियो हैं, जिसमें नाबालिग बालीवुड गानों पर हथियारों के साथ दिख रहे हैं।

कोर्ट रूम में बरसा चुके गोली

वर्ष 2015 में दो नाबालिगों ने कड़कड़डूमा कोर्ट रूम में गैंगस्टर छेनू पर गोलियां बरसाई थीं, जिसमें एक पुलिसकर्मी की मौत हो गई थी। पुलिस की मानें तो अपराध की दुनिया में उतरने वाले ज्यादातर नाबालिग ऐसे परिवारों से होते हैं, जिनमें लड़ाई झगड़े काफी होते हैं। ऐसे इलाके जहां अपराधियों की सक्रियता रहती है, वहां के नाबालिगों की प्रवृत्ति हिंसक ज्यादा होती है।

बड़े गैंगस्टर नाबालिगों से करवाते हैं अपराध

कई मामलों में सामने आया है कि नाबालिगों अपराधियों का कनेक्शन बड़े गैंग से रहा है। इनमें गैंगस्टर लारेंस बिशनोई, हाशिम बाबा, छेनू पहलवान, गोगी गिरोह, नीरज बवानिया का गैंग शामिल है।

हत्या, लूट जैसे बड़ी वारदात करके पकड़े जाने के बाद भी नाबालिगों को कुछ नहीं हो पाता है। वर्ष 2021 में हाशिम बाबा गिरोह के दो नाबालिग बदमाशों ने दो अलग-अलग जगह पर दो लोगों की गोलियों से भूनकर हत्या की थी।

29 अप्रैल को मंडावली थाने के गणेश नगर में दो नाबालिगों ने अपने दो बालिग साथियों के साथ मिलकर वर्चस्व के चक्कर में बीच गली में अभिषेक गुप्ता नाम के युवक की हत्या कर दी थी।

किशोर युसूफ की हत्या में शामिल नाबालिग दो बार बाल सुधार गृह रहकर आ चुका है। फिर भी वह नहीं सुधरा। इस वारदात में शामिल नाबालिग पर बालिग की तरह मुकदमा चलाने के लिए किशोर न्याय बोर्ड में अर्जी लगाई जाएगी। कई अन्य मामलों में भी देखने में आया है कि बाल सुधार गृह में रहकर भी नाबालिगों की मानसिकता नहीं बदली, बल्कि वह उससे बड़ा क्राइम करने लगे।- डॉ. जाय टिर्की, डीसीपी, उत्तर पूर्वी जिला

क्रोनोलोजी

  1. 08 नवंबर 2023 : खजूरी इलाके में रंजिश के चलते तीन नाबालिगों ने ट्यूशन से लौट रहे छात्र पर चाकू से वार किया
  2. 28 सितंबर 2023 : वेलकम की जनता मजदूर कालोनी में कैब चालक पर गोली चलाई थी, इसमें चालक बाल-बाल बचा
  3. 11 जून 2023 : न्यू उस्मानपुर थाना क्षेत्र की भगत सिंह कालोनी में नाबालिग ने छात्र पर चाकू से हमला किया था
  4. 05 जून 2023 : गोकलपुरी थाना क्षेत्र में पिटाई की बदला लेने के लिए नाबालिग ने की थी युवक की हत्या
  5. 20 मार्च 2023 : नेबसराय इलाके में नाबालिग ने लूटपाट का विरोध करने पर की थी बुजुर्ग की हत्या।
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  7. 08 मार्च 2023 : तुगलकाबाद एक्सटेंशन इलाके में होली के दिन स्कूटी टकराने के विवाद में एकक नाबालिग ने की थी युवक की हत्या।
  8. 30 जनवरी 2023 : कालकाजी इलाके में छात्रों के दो गुटों में मारपीट में एक नाबालिग की हत्या।
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