Delhi Pollution: गोपाल राय बोले- पराली जलाने की घटनाएं कम हो रही, लेकिन बढ़ रहा प्रदूषण; दो दिन बाद सुधरेगी स्थिति
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का खतरा फिर से मंडराने लगा है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हवा की रफ्तार कम पड़ गई है। गोपाल राय ने विभिन्न अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठख के बाद उन्होंने कहा कि इसमें वैज्ञानिकों ने दो रिपोर्ट दी है। इसके तीन कारक हैं। पहला वाहन प्रदूषण का योगदान 36% है। दूसरा कारक है बायोमास जलाना।
एजेंसी, नई दिल्ली। राजधानी में फिर प्रदूषण बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में हवा की रफ्तार धीमी पड़ने पर प्रदूषण में इजाफा होने लगा है। इसको देखते उन्होंने आज एक बैठक बुलाई, जिसमें दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) और पर्यावरण विभाग के अधिकारी शामिल थे।
बैठक के बाद गोपाल राय ने कहा, 'दिल्ली के प्रदूषण में कुछ बढ़ोतरी देखी गई है। हमने इसे लेकर एक बैठक की थी। पराली जलाने की घटनाएं अब बहुत कम हैं और प्रदूषण का स्तर अभी भी बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों ने दो रिपोर्ट दी है। इसके तीन कारक हैं। पहला, वाहन प्रदूषण का योगदान 36% है। दूसरा कारक है बायोमास जलाना।
उन्होंने कहा कि इन सब चीजों को देखने के बाद हमने कुछ बड़े फैसले लिए हैं। वाहन प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए हमने GRAP 3 के नियम जारी किए। बायोमास जलाने पर नियंत्रण के लिए हमने संबंधित संगठनों को इस पर विशेष रूप से निगरानी रखने का निर्देश दिया है।
27 नवंबर के बाद होगी प्रदूषण में कमी
उन्होंने कहा कि सर्दी बढ़ने के साथ बायोमास जलने में भी बढ़ोतरी होगी। तीसरी बात हमने भविष्य की स्थिति पर भी चर्चा की। अगले दो दिनों तक ऐसी ही स्थिति रहने की उम्मीद है। वहीं 27 नवंबर के बाद संभव है कि हल्की बारिश होगी और हवा की गति बढ़ जाएगी। इससे प्रदूषण में कमी आएगी।
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दिल्ली का AQI 'बहुत खराब' श्रेणी में
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता शुक्रवार को भी 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी रही। कई क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 से अधिक दर्ज किया गया। शुक्रवार सुबह 8 बजे राजधानी का समग्र AQI 388 दर्ज किया गया।