Gurugram News: 5 साल के मासूम का अपहरण, बिहार में बेचने की थी तैयारी; पुलिस ने चंद घंटों में किया पर्दाफाश
Gurugram News गुरुग्राम में एक पांच साल के बच्चे का अपहरण कर उसे बेचने के लिए ट्रेन से बिहार ले जा रहे थे लेकिन पुलिस ने 5 घंटे के भीतर ही मामले का पर्दाफाश कर दिया। पुलिस ने सकुशल बच्चे को बरामद कर लिया है। पढ़िए आखिर बच्चे का अपहरण करने वाले कौन है और कैसे घर के बाहर से अपहरण किया था?
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। हरियाणा के गुरुग्राम में भीख मांगने के लिए दो महिलाओं द्वारा सेक्टर 65 थाना क्षेत्र के बैहरमपुर में घर के बाहर खेल रहे पांच वर्षीय बच्चे के अपहरण का मामला सामने आया है।
आरोपित बच्चे को बेचने के लिए बिहार जाने वाले थे। पीड़ित परिवार के थाने में शिकायत देने के बाद पांच घंटे के भीतर ही पुलिस ने दो महिलाओं समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
सेक्टर 65 थाना पुलिस के अनुसार, बैहरमपुर निवासी महेंद्र कुमार ने मंगलवार शाम सात बजे पुलिस को शिकायत दी कि उनका पांच वर्षीय बेटा घर के बाहर दोपहर में खेल रहा था। इसके बाद से ही वह लापता है। मामले को गंभीरता से लेते हुए सेक्टर 65 थाना पुलिस और सेक्टर 40 क्राइम ब्रांच की टीम ने जांच शुरू की।
पुलिस ने घटनास्थल व आसपास के 100 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। इसमें पाया गया कि दो महिलाएं बच्चे को अपहरण कर ले गईं। इसके बाद पुलिस की पांच टीमें गठित कर अलग-अलग इलाकों में तलाशी के लिए भेजी गईं।
बच्चा सकुशल बरामद
पुलिस की टीम छानबीन के दौरान घटनास्थल से एक किलोमीटर दूर बैहरमपुर में ही किराए पर रहने वाली वर्षा नाम की महिला के घर पहुंची। कड़ाई से पूछताछ में उसने वारदात स्वीकार की। बच्चे को सेक्टर 52 स्थित घर में कैद कर रखा गया था। महिला की निशानदेही पर सेक्टर 52 से दो अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी कर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया।
इनकी पहचान आशा और मुकुल के रूप में की गई। ये दोनों पति-पत्नी हैं और मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बिजनौर के रहने वाले हैं। ये यहां सेक्टर 52 में किराए से रहते थे। इस वारदात में इनका साथ वर्षा ने भी दिया। वर्षा बिहार के मधुबनी की रहने वाली है।
बच्चे को बेचने के लिए ट्रेन से जाने वाले थे बिहार
पूछताछ में पता चला कि वर्षा और आशा ने घर के बाहर खेल रहे बच्चे का अपहरण किया था। इसके बाद ये दोनों बच्चे को सेक्टर 52 के घाटा गांव स्थित किराये के घर पर ले गए थे। यहां बच्चे के कपड़े बदलकर उसको घर में कैद कर लिया। सभी आरोपित बुधवार सुबह ट्रेन से बिहार जाने वाले थे। यहां ये भीख मांगने वाले गिरोह को बच्चे को बेचने वाले थे। तीनों आरोपितों को दो दिन के रिमांड पर लिया गया है।
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इस दौरान पूछताछ में बिहार के भीख मांगने वाले गिरोह के बारे में जानकारी मिल सकती है। सेक्टर 65 थाना पुलिस ने बताया कि बच्चे को परिवार को सौंप दिया गया। महेंद्र का परिवार मूल रूप से मथुरा का रहने वाला है। महेंद्र यहां आठ साल से परिवार के साथ किराए से रहकर फैक्ट्री में काम करते हैं।
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