Haryana Election: केंद्रीय मंत्री को BJP में नहीं मिला उचित इनाम, राव इंद्रजीत सिंह का छलका दर्द
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का दर्द एक बार फिर छलका है। उन्होंने भाजपा में अपने 10 साल के सफर में बाहरी होने की बात का जिक्र करते हुए कहा कि अगर बाहरी भाजपा में न आए होते तो प्रदेश में सरकार कभी न बनती। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने इस बार पिछले चुनाव की तुलना में ज्यादा सोच-समझकर टिकट बांटा है।
संवाद सहयोगी, गुरुग्राम। स्थानीय सांसद और केंद्रीय योजना, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिंह का दर्द एक बार फिर छलका है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भाजपा सरकार बनाने में खूब खून पसीना बहाया लेकिन उन्हें उचित इनाम नहीं मिला।
भाजपा व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं से सवाल किया कि आखिर यह सिलसिला कब तक जारी रहेगा? 10 साल में तो कूड़ी के भी दिन बदलते हैं। भाजपा की सरकार बनाने वाले कूड़ी से तो बदतर नहीं हैं। यदि 36 बिरादरी इकट्ठी रही तो वह तीसरी बार भी प्रदेश में भाजपा सरकार बनाएंगे।
कई बार बाहरी होने की बात सुनता हूं: राव इंद्रजीत
बृहस्पतिवार को पटौदी से भाजपा प्रत्याशी बिमला चौधरी द्वारा नामांकन करने के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि उन्हें तथा उनके साथियों को भाजपा में शामिल हुए 10 वर्ष से अधिक हो चुके हैं, लेकिन अभी भी कई बार बाहरी होने की बात सुनने को मिल जाता है।
उन्होंने कहा कि वे बेशक बाहरी हों, परंतु यदि बाहरी भाजपा में न आए होते तो प्रदेश में सरकार कभी न बनती। उन्होंने बिमला चौधरी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें टिकट केवल उनकी सिफारिश के आधार पर नहीं मिला बल्कि भाजपा द्वारा करवाए गए सभी सर्वे में वह अव्वल आई थीं।
बीजेपी ने सोच-समझकर टिकट बांटा: राव इंद्रजीत
भाजपा ने पिछले चुनाव की तुलना में ज्यादा सोच समझकर टिकट बांटा है। लोग कहते हैं कि भाजपा ने उनके कहने पर ज्यादा टिकटें दी हैं, परंतु सच्चाई यह है कि सर्वे में अव्वल आने वालों को टिकट दिया गया है। भाजपा प्रत्याशी बिमला चौधरी के अलावा जिलाध्यक्ष कमल यादव ने भी सभा को संबोधित किया।
सभा में पीलीभीत के विधायक व भाजपा पटौदी क्षेत्र के प्रभारी कृष्ण लाल राजपूत, भाजपा नेता रवि चौधरी, हेलीमंडी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सुरेश यादव, पटौदी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष चंद्रभान सहगल, सरपंच एकता मंच के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह, जिला परिषद गुरुग्राम के पूर्व उपाध्यक्ष संजीव यादव, अशोक चौहान, सुरेंद्र यादव, मनोज यादव, महेश सैनी, संजीव जनौला, रवि चौहान आदि मौजूद थे।