Haryana Election: मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर कांग्रेस-भाजपा की निगाहें, INLD और JJP ने खेला दिग्गजों पर दांव
हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election) में कांग्रेस ने 5 भाजपा ने 2 जजपा ने 5 इनेलो और आप ने 3-3 सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। नूंह फिरोजपुर झिरका पुन्हाना हथीन सोहना यमुनानगर साढौरा और जगाधरी सीटों पर मुस्लिम वोटर निर्णायक हैं। हरियाणा में मुस्लिमों की आबादी 6 प्रतिशत है। जानिए इन सीटों के समीकरण और उम्मीदवारों के बारे में।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। प्रदेश की मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करने को सभी राजनीतिक दलों ने विशेष रणनीति तैयार की है। कांग्रेस ने जहां पांच विधानसभा सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों को चुनावी रण में उतारा है, वहीं भाजपा ने दो विधानसभा सीटों पर। जजपा ने भी पांच सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं, इनेलो और आम आदमी पार्टी ने तीन-तीन विधानसभा सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं।
इन सीटों पर मुस्लिम वोटर निर्णायक
प्रदेश में आधा दर्जन विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक स्थिति में होते हैं। इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों ने अपने स्टार प्रचारकों को जिम्मा सौंपा है। राज्य में फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना, नूंह, हथीन और सोहना सीटें मेवात क्षेत्र में मुस्लिम बाहुल्य आती हैं, जबकि यमुनानगर, साढौरा और जगाधरी उत्तर हरियाणा में पड़ती हैं। यह इलाका उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले से सटा है, जबकि मेवात क्षेत्र दिल्ली व राजस्थान की सीमाओं के बेहद करीब है।
2019 में मेवात की तीनों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा
उत्तर हरियाणा में अक्सर बहुजन समाज पार्टी तथा दक्षिण हरियाणा में मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर इनेलो के उम्मीदवार चुनाव जीतते रहे हैं, लेकिन साल 2019 के विधानसभा चुनाव में मेवात की तीनों विधानसभा सीट नूंह, फिरोजपुर झिरका और पुन्हाना पर कांग्रेस का कब्जा बना हुआ है।इस तरह समझिये नूंह के समीकरण
नूंह विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने अपने निवर्तमान विधायक चौधरी आफताब अहमद को दोबारा चुनावी रण में उतारा है, जबकि भाजपा ने यहां पूर्व मंत्री जाकिर हुसैन का टिकट काटकर पूर्व वन राज्यमंत्री एवं सोहना के निवर्तमान विधायक संजय सिंह पर भरोसा जताया है।
जाकिर हुसैन के बेटे ताहिर हुसैन को इनेलो ने अपना उम्मीदवार बनाया है। आम आदमी पार्टी ने हरियाणा के पूर्व राज्यपाल एआर किदवई की बेटी राबिया किदवई को टिकट दिया है। सरदार खान नूंह से जीतने वाले पहले गैर कांग्रेसी और गैर निर्दलीय प्रत्याशी थे।
इस सीट पर तीन बार रहीम खान और तीन बार खुर्शीद अहमद ने चुनाव जीते हैं। भाजपा यहां पहली बार जीत का प्रयास कर रही है। साल 2014 के विधानसभा चुनाव में नूंह से जाकिर हुसैन ने इनेलो के टिकट पर जीत हासिल की थी। तब उन्होंने कांग्रेस के चौधरी आफताब अहमद को 32 हजार वोटों से हराया था। भाजपा के मौजूदा प्रत्याशी संजय सिंह को तब साल 2014 में सिर्फ 19.75 फीसदी वोट मिल पाए थे।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।