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CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इंदौरा और फतेहपुर का किया हवाई निरीक्षण, हर संभव मदद करने का किया एलान

हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने इंदौरा ओर फतेहपुर में हवाई सर्वेक्षण किया और बाढ़ से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों को त्वरित राहत और सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम ने कहा कि जल्द से जल्द स्थिति को काबू किया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Wed, 16 Aug 2023 04:55 PM (IST)
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CM सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इंदौरा और फतेहपुर का किया हवाई निरीक्षण (फोटो- सोशल मीडिया)

कांगड़ा, ऑनलाइन डेस्क। Himachal Flood: हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है। प्रदेश के कई इलाकों से बार-बार भूस्खलन (Landslide) और बादल फटने (Himachal Cloudburst) की खबरें सामने आ रही हैं। इस हादसे में अबतक 55 लोगों की मौत हो गई है। वहीं शिव मंदिर में हुए भूस्खलन में अब तक 13 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, कांगड़ा के इंदौरा ओर फतेहपुर में भी हालात खराब हैं।

बाढ़ प्रभावित इलाकों का सीएम ने किया दौरा

प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने इंदौरा ओर फतेहपुर में हवाई सर्वेक्षण किया और बाढ़ से हुए नुकसान का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों को त्वरित राहत और सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

'मिलकर चुनौती पर पाएंगे विजय'

सीएम ने कहा कि जल्द से जल्द स्थिति को काबू किया जाएगा और फिर से सब कुछ बहाल हो जाएगा। वहीं, उन्होंने यह भी कहा कि इस मुश्किल घड़ी में भी प्रदेशवासियों ने हिम्मत नहीं हारी है और स्थिति का मजबूती से सामना किया है, जो काफी प्रेरणादायक है। सीएम ने कहा कि हम सब मिलकर इस चुनौती पर विजय प्राप्त करेंगे और मजबूती से पुनर्निर्माण करेंगे।

— HP Youth Congress (@IYCHimachal) August 16, 2023

रेस्क्यू किए गए 271 लोग

फतेहपुर और इंदौरा में बुधवार सुबह राहत एवं बचाव कार्य दोबारा शुरू कर दिया गया है। जिला प्रशासन मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन का निरीक्षण कर रहा है। हेलीपैड से एचआरटीसी की बसों के माध्यम से लोगों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि दोनों उपमंडलों में कुल 271 लोगों ने राहत शिविरों में आश्रय लिया है।