एचआरटीसी में पत्र बम से मचा हड़कंप, जानें एेसा क्या लिखा है इसमें
एचआरटीसी में एक पत्र बम से हड़कंप मच गया है इस पत्र में पूर्व कांग्रेस कार्यकाल की अनियमितताओं का खुलासा किया गया है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) में एक पत्र बम से हड़कंप मच गया है। सरकार को भेजे गए इस पत्र को आगामी कार्रवाई के लिए निगम को भेजा गया है। पत्र में करीब 23 बिंदुओं पर निगम के कारनामों व अनयमितताओं का जिक्र है। हालांकि ज्यादातर मामले पुराने हैं।
पत्र में पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल की अनियमितताओं का खुलासा किया गया है। इसमें उठाए गए कई कथित घपले कांग्रेस कार्यकाल के हैं। लेकिन मौजूदा भाजपा सरकार पर भी भ्रष्टाचार में संलिप्त अधिकारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया गया है। हालांकि शिकायतकर्ता ने अपने नाम का खुलासा न कर खुद को भाजपा सरकार का प्रशंसक बताया है। पत्र में निगम के अधिकारियों को भी लपेटा गया है। उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग की गई है। पत्र में बस अड्डों के निर्माण में बरती गई धांधलियों का भी हवाला दिया गया है।
कहां गई जांच?
पूर्व कांग्रेस सरकार के कर्यकाल में हिमाचल के बस अड्डों के निर्माण में बरती गई गड़बड़ियों को लेकर मौजूदा सरकार ने जांच कमेटी गठित की थी। इस संबंध में फैक्ट फाइडिंग कमेटी का मुखिया एचआरटीसी के मुख्य महाप्रबंधक एचके गुप्ता को बनाया गया था। उन्होंने तथ्यों सहित पूरी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी दी। लेकिन अभी तक इसमें किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। जांच में यह बात साबित हो गई है कि पूर्व सरकार के चहेते ठेकेदारों ने सरकारी कोष को करोड़ों का चूना लगाया था। इस मामले में परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर कहते हैं कि बस अड्डों के निर्माण में सामने आई अनियमितताओं की जांच रिपोर्ट सरकार के पास है। इसे जांचा- परखा जा रहा है। सरकार बदले की भावना से कोई कार्रवाई नहीं करेगी। जांच विजिलेंस को सौंपी जाएगी या नहीं, अभी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है।
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पूर्व सरकार की तरह भर्ती में नहीं होंगी धांधलियां परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने दावा किया कि पूर्व कांग्रेस सरकार की तरह कंडक्टरों की भर्ती में धांधलियां नहीं होंगी। यह भर्ती पारदर्शी तरीके से की जाएगी। इसके लिए अधिकृत शैक्षणिक संस्थाओं से ही लिखित परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी। मंत्री ने पूर्व मंत्री रमेश धवाला की मांग पर पूर्व सरकार की एक और कंडक्टर भर्ती की जांच करवाने की बात कही है।