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Reasi Terror Attack: आतंकियों के लिए सभी रास्ते बंद! रियासी में आसान नहीं शरण, जंगलों से लेकर पहाड़ों तक हर जगह सेना का जाल

Reasi Terror Attack रियासी और कठुआ-डोडा अटैक के बाद से सेना ने आतंकियों को चुन-चुन कर मारना शुरू कर दिया है। बीते दिन कठुआ के हीरानगर में आंतकी हमला हुआ। जिसके बाद सेना हरकत में आई और आज ऑपरेशन के दौरान सेना ने दूसरे आंतकी को भी मार गिराया। वहीं इस मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हुआ

By Rajesh Dogra Edited By: Prince Sharma Updated: Wed, 12 Jun 2024 07:08 PM (IST)
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कठुआ में मारे गए आतंकी से बरामद हुआ ये सामान
राजेश डोगरा, रियासी। शिवखोड़ी यात्रियों पर आतंकी हमले के बाद से पुलिस व सुरक्षा बल ने आतंकियों की खोज में बड़ा अभियान छेड़ा हुआ है। प्रत्यक्षदर्शियों से जुटाई जानकारी के आधार पर बनाया गया आतंकियों का स्केच जारी कर उनकी सूचना देने पर 20 लाख रुपए इनाम की घोषणा भी की गई है।

राजौरी से लगते रियासी जिला के सीमावर्ती इलाकों से लेकर वारदात स्थल के आसपास व अन्य क्षेत्रो में खोज अभियान के अलावा माहौर क्षेत्र में अलर्ट है। लगभग दो दर्जन लोगों से पूछताछ की जा रही है जबकि खोजी कुत्तों और तकनीक के अलावा मानवीय सूत्रों सहित अन्य संसाधनों से आतंकियों की खोज की जा रही है।

आतंकियों को नहीं मिलेगी पनाह

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि आतंकी रियासी या फिर राजौरी जिला में ही किसी स्थान पर छिप गए हैं। इसमें अधिक संभावना राजौरी जिला क्षेत्र में जताई जा रही है। उसकी कुछ वजहें और उदाहरण भी हैं।

आतंकियों के लिए किसी वारदात को अंजाम देने या फिर शरण लेने में स्थानीय स्तर पर मददगारों की जरूरत होती है। उन्हें अब रियासी जिले मे शरण मिलना आसान नहीं है। इसका उदाहरण वह घटनाएं हैं जब आतंकियों ने लोगों से शरण मांगी जो उन्हें नहीं मिली और आतंकी पकड़े या फिर मारे गए।

साल 2022 के जुलाई को टुक्सन में एक ढोक में हथियारों और भारी असलहों से लैस दो आतंकी घुस आए थे। जिनसे बहादुर ग्रामीण निहत्थे ही भिड़ गए थे और दोनों को बांधकर पुलिस को सूचित कर दिया।

इसके बाद पुलिस व सुरक्षा बलों ने दोनों को हिरासत में ले लिया। इनमें लश्कर कमांडर तालिब हुसैन शाह निवासी दराज बुधल जिला राजौरी और फैजल अहमद डार निवासी पुलवामा कश्मीर शामिल था।

जब खाई में गिरकर मरा आतंकी

साल 2022 के 17 अगस्त को रियासी के ढक्की कोट में एक विदेशी आतंकी का शव खाई में बरामद हुआ था।उसके पास से असलहा भी मिला था।तब तत्कालीन उधमपुर रियासी रेंज के डीआईजी मोहम्मद सुलेमान चौधरी ने बताया कि 5 अगस्त 2022 को राजौरी जिले के गुंड खवास इलाके में राजौरी पुलिस सेना एसओजी और वीडीजी की आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई थी।

उस मुठभेड़ में एक आतंकी मारा तो दूसरा आतंकी घायल होकर भाग निकला था जो रियासी के ढक्कीकोट तक पहुंच गया। उसे भी शायद यहां शरण नहीं मिली और आखिर में घायल हालत में खाई में गिरकर मर गया।

स्थानीय लोगों ने की थी मदद

इसके अगले माह 4 सितंबर को चसाना के हिसाब गली में हथियारों से लैस दो आतंकी एक घर में आ धमके थे। वहां पहले तो उन्होंने घरवालों से चाय बनवा कर पी और फिर कुछ देर आराम करने का दबाव डालकर सो गए।

मौका देखकर घरवालों ने कमरे के बाहर दरवाजे की कुंडी लगा दी और खुद भी बाहर निकल कर पुलिस को सूचित कर दिया। उसके बाद पुलिस व सुरक्षा बलों से हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया था तो दूसरा भाग निकला था। ये वे घटनाएं है जब यहां के ग्रामीणों ने न केवल अपनी देशभक्ति का उदाहरण पेश किया था बल्कि यह संदेश भी दिया कि यहां आतंकवाद के लिए यहां कोई जगह नहीं है।

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