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जलार्पण की तरह श्रृंगार पूजा में भी शीघ्रदर्शनम कूपन का प्रस्ताव

बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर में मंदिर प्रशासन और पंडा धर्मरक्षिणी सभा के सदस्यों की बैठक हुई। जहां मुद्दे पर चर्चा हुई। इसमें मंदिर में जलार्पण के लिए श्रद्धालुओ का प्रवेश भंडारी एवं पनभारा का ड्रेस सहित कई मुद्दे पर चर्चा की गई। बैठक में कूपन व्यवस्था पर चर्चा हुई। ॉ

By Gautam OjhaEdited By: Updated: Sat, 10 Sep 2022 06:03 PM (IST)
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बाबा बैद्यनाथ मंदिर का दृश्य जिसमें कूपन का प्रस्ताव रखा गया। जागरण

संवाद सूत्र, देवघर: बाबा मंदिर प्रशासनिक भवन में मंदिर प्रभारी सह एसडीएम अभिजीत सिन्हा एवं पंडा धर्मरक्षिणी सभा के बीच बैठक हुई। जिसमें श्रद्धालुओं का मंदिर में जलार्पण के लिए प्रवेश। भंडारी एवं पनभरा को ड्रेस कोड, श्रृंगार पूजा के दौरान भी शीघ्र दर्शन के तर्ज पर कूपन की व्यवस्था आदि पर विचार किया गया। धर्मरक्षिणी सभा के पदाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि सभा आम सभा बुलाकर समाज के साथ सहमति बनाएगी। इसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बैठक के बाद सभा के वरीय उपाध्यक्ष मनोज मिश्रा ने बताया कि मंदिर प्रभारी की ओर से श्रृंगार पूजा में भी शीघ्रदर्शन के तर्ज पर कूपन की व्यवस्था के बारे में विचार रखा गया। इसमें बताया गया कि कूपन वाले को श्रृंगार में पहले एंट्री दी जाएगी। उसके बाद सामान्य जन को बिना कोई शुल्क प्रवेश कराया जाएगा। यह व्यवस्था पूरी तरह पारदर्शी होगी। इसमें सभा का भी हिस्सेदारी तय रहेगा। हालांकि इस व्यवस्था का निर्णय आम सभा के बाद ही किया जाएगा अभी सारे प्रस्ताव के तौर पर आए हैं।

बाबा मंदिर खुलने के बाद बंद होने का कोई समय तय नहीं हो पा रहा है। इस संदर्भ में मंदिर प्रभारी के साथ बैठक कर प्रस्ताव लिया गया कि श्रावणी मेला एवं भादो मेला। विशेष दिन को छोड़कर अक्टूबर से मार्च तक जलार्पण के लिए शाम छह बजे तक प्रवेश होगी । वहीं अप्रैल से सितंबर तक छह बजे तक एंट्री दी जाएगी। उसके बाद गेट बंद कर दिया जाएगा। एंट्री का समय तय होने से मंदिर का पट बंद होने का समय भी तय हो जाएगा। मंदिर में हर दिन भंडारी की संख्या में वृद्धि हो रही है। जिसका ना तो कोई रिकार्ड है ना कोई पहचान। मंदिर की ओर से भंडारियों को ड्रेस उपलब्ध कराया जाएगा। जिसमें भंडारी एवं मंदिर प्रशासन लिखा होगा। इसके अलावा मंदिर के गर्भगृह में बैठने वाले पनभरा को भी ड्रेस कोड उपलब्ध कराई जाएगी ताकि इनकी पहचान हो सके। सभा व्यक्तिगत रूप से बैठक कर इस पर निर्णय करेगी उसके बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बैठक में मौजूद सरदार पंडा के प्रतिनिधि सच्चिदानंद झा उर्फ बाबा से मंदिर में समय पर पूजा संपन्न कराने के लिए पुजारियों से बेहतर समन्वय की बात की गई। बैठक में महामंत्री कार्तिक नाथ ठाकुर, प्रबंधक प्रकाश मिश्र, अधीक्षक सह दीवान सोना सिन्हा आदि मौजूद थे।