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Coal India: देश में घरेलू कोयले के उत्पादन में हुई 28.6 प्रतिशत वृद्धि, मंत्रालय ने दिया आयात कम करने पर जोर

देश में वित्त वर्ष 2021-22 में 777 मिलियन टन (एमटी) के रिकॉर्ड उत्पादन के बाद घरेलू कोयला उत्पादन चालू वित्त वर्ष के दौरान भी लगातार वृद्धि के रुझान प्रदर्शित कर रहा है। कुल घरेलू कोयला उत्पादन 31 मई 2022-23 तक 137.85 मिलियन टन हुआ।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Updated: Mon, 20 Jun 2022 11:07 AM (IST)
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अब मंत्रालय ने कोयले का आयात कम करने पर भी जोर दिया है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: देश में वित्त वर्ष 2021-22 में 777 मिलियन टन (एमटी) के रिकॉर्ड उत्पादन के बाद, घरेलू कोयला उत्पादन चालू वित्त वर्ष के दौरान भी लगातार वृद्धि के रुझान प्रदर्शित कर रहा है। कुल घरेलू कोयला उत्पादन 31 मई, 2022-23 तक 137.85 मिलियन टन हुआ, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के दौरान हुए 104.83 एमटी उत्पादन की तुलना में 28.6 प्रतिशत अधिक है। कोल मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। इसमें धनबाद के बीसीसीएल का योगदान तीन मिलियन टन है। इसके साथ ही अब मंत्रालय ने कोयले का आयात कम करने पर भी जोर दिया है।

कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा कोयला उत्पादन पिछले वर्ष की समान अवधि 16 जून, 2022 तक में हुए उत्पादन की तुलना में 28 प्रतिशत अधिक है। चालू वित्त वर्ष के लिए घरेलू कोयला उत्पादन लक्ष्य 911 एमटी है जो पिछले वर्ष की तुलना में 17.2 प्रतिशत अधिक है। घरेलू कोयला आधारित बिजली संयंत्रों द्वारा ब्लेंडिंग के लिए कोयला आयात में वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 8.11 एमटी की कमी आई, जो कि पिछले आठ वर्षों में सबसे कम कोयला आयात हुआ है।

कोयला मंत्रालय की ओर से जारी रिपोर्ट में कहा है कि पिछले पांच वर्षों के दौरान, कोयला आधारित बिजली उत्पादन 1.82 प्रतिशत की सीएजीआर की दर से बढ़ा है। जबकि बिजली क्षेत्र को घरेलू कोयला आपूर्ति 3.26 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। इस प्रकार, बिजली क्षेत्र को कोयला आपूर्ति ने कोयला आधारित बिजली उत्पादन को पीछे छोड़ दिया है ।

एफएसए के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में, सीआईएल द्वारा इससे जुडे बिजली संयंत्रों को 85 प्रतिशत पर 120.67 एमटी कोयले की आपूर्ति की जानी निर्धारित थी, जबकि सीआईएल ने 129.58 एमटी कोयले की आपूर्ति की थी।

कोयला अधिकारियों पर कंपनी की बढ़ी जबावदेही

कोल इंडिया में अधिकारियों को बेहतर प्रबंध व एचआर व्यवस्था का ज्ञान देने को लेकर रविवार को कोल भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया। निदेशक कार्मिक विनय रंजन ने कार्यशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कोयला अधिकारियों के पास बड़ी जिम्मेवारी है। औद्योगिक संबंध के साथ साथ प्रकृति के खिलाफ जाकर काम करते है। ऐसे में काम के दौरान श्रमिकों की सुरक्षा की बड़ी जबावदेही भी होती है। कहा कि यह प्रशिक्षण अधिकारियों के लिए काफी मूल्यांकन साबित होगा।

इस दौरान रंजन ने कोल इंडिया में बेहतर प्रतिभा प्रबंधन को ध्यान देने के महत्व पर जोर दिया। मौके पर कोल इंडिया के विभागाध्यक्ष सहित कार्मिक व एचआर विभाग के अधिकारी मौजूद थे।