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भाजमो ने कहा, जिसने भाजपा को सींचा, उसी का कर रहे अपमान

जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रहे स्व. दीनानाथ पांडेय की प्रतिमा स्‍थापित करने को लेकर जमशेदपुर शहर की राजनीति गरमा गई है। भारतीय जन मोर्चा और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्‍यारोप का सिलसिला चल रहा है।

By Vikas SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 09 Feb 2022 03:15 PM (IST)
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भाजमो युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अमित शर्मा ने कहा है कि किसी ने भी भाजपा का नाम नहीं लिया है।

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। जमशेदपुर पूर्वी के तीन बार विधायक रहे स्व. दीनानाथ पांडेय की प्रतिमा को लेकर शहर की राजनीति गरमा गई है। मंगलवार को कुछ दुकानदारों के विरोध की वजह से स्व. पांडेय की प्रतिमा नहीं लग सकी। विवाद और तनाव की वजह से प्रशासन ने निषेधाज्ञा लगा दिया है। अब इसे लेकर भाजपा और भाजमो में जुबानी जंग हो रही है।

भाजमो युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष अमित शर्मा ने कहा है कि भाजमो ने पूर्व विधायक स्व दीनानाथ पांडेय की प्रतिमा लगाने में हो रहे विरोध में कहीं भी भाजपा का नाम नहीं लिया है। यह जो अनावश्यक विरोध की स्थिति उत्पन्न की जा रही है, उसमें रघुवर दास के नवरत्नों के बाद दसवें रत्न अप्पा राव अहम भूमिका निभा रहे हैं। अप्पा राव क्षेत्र के दुकानदारों को दिग्भ्रमित कर प्रतिमा स्थल चयन पर विवाद पैदा कर रहे हैं। यह सर्वविदित है कि पूर्वी विधानसभा क्षेत्र में 25 वर्षों तक विधायक रहे, मंत्री रहे, मुख्यमंत्री रहे रघुवर दास ने अपने कार्यकाल के दौरान कभी भी स्व दीनानाथ पांडेय को सम्मान देने के लिए कोई पहल नहीं की और दीना बाबा के त्याग और बलिदान की अनदेखी की।

नहीं मिला था राजकीय सम्मान

अमित शर्मा ने कहा कि जिस व्यक्ति ने भाजपा को सींचा और पूर्वी विधानसभा में पार्टी की पैठ बनाने में अहम भूमिका निभाई, उसे मरणोपरांत राजकीय सम्मान से वंचित रखा गया। और यह बात पार्टी के तमाम छोटे- बड़े कार्यकर्ताओं में मन में खटकती रही। वर्ष 2019 में जब जनता ने पूर्वी विधानसभा में परिवर्तन कर जब जनता उम्मीदवार सरयू राय को विधायक बनाया, तब सरयू राय ने स्व दीना बाबा के स्मृति में एक आदमकद प्रतिमा स्थापित कर उन्हें उचित सम्मान दिलाने की पहल की और उनकी इस पहल का जमशेदपुर की जनता ने खुलेमन से स्वागत किया और हर दल के नेताओं ने दलगत भावना से ऊपर उठकर उनके इस प्रयास पर अपना खुला समर्थन देने की घोषण की। तब अपनी ही पार्टी में अपनी साख धूमिल होते देख भाजपा अपने मुट्ठी भर समर्थकों के द्वारा दुकानदारों को ढाल बनाकर विरोध की स्थिति उत्पन्न करने लगे हैं।

भाजपा के जिला महामंत्री को भी लपेटा

शर्मा ने भाजपा के जिला महामंत्री राकेश सिंह को भी लपेटा। कहा कि राकेश सिंह ने बिना सोचे समझे बयान देकर स्वयं ही स्वीकार कर लिया है कि दीनानाथ पांडेय की प्रतिमा अधिष्ठापन में जो रूकावट आई है, उसमें पर्दे के पीछे से रघुवर दास ही अहम किरदार निभा रहे हैं। इस बार विरोध करने के लिए उन्होनें अप्पा राव को पात्र बनाया है। बार-बार भाजपा के मुठ्ठी भर लोग भाजमो के जनसरोकार से जुड़े कार्यों में अवरोध पैदा करते हैं। और शातिर अंदाज से उसे भाजपा और भाजमो की अदावत का रंग दे देते हैं। जबकि उन्हें इस बात का स्मरण होना चाहिए कि स्वर्गीय दीनानाथ पांडेय भाजपा के कद्दावर नेता थे। जनता के साथ भाजपा के कार्यकर्ताओं और नेताओं की भी यही ख्वाहिश है कि स्व दीनानाथ पांडेय का शहर में एक भव्य स्मारक बने और जमशेदपुर की जनता युगों युगों तक उनके सरल व्यक्तित्व और जनता के प्रति समर्पण भाव को याद करते रहे।

बोली भाजपा, पूर्वजों और शहीदों का सम्मान करना हमारी संस्कृति

पूर्व विधायक एवं भाजपा के कद्दावर नेता स्व. दीनानाथ पांडेय जी की प्रतिमा लगाने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के नाम जोड़ने पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा जमशेदपुर महानगर के जिला महामंत्री राकेश सिंह ने इस मामले में कहा कि विधायक सरयू राय शहर में प्रतिमा लगाएं, ये अच्छी बात है, लेकिन राजनीतिक द्वेष की भावना से प्रेरित होकर विधायक सरयू राय अपने समर्थकों से गलत तरीके से चीजों को पेश करा रहे हैं, ये निंदनीय है। उन्होंने स्व. दीनानाथ पांडेय की मूर्ति लगाने के जगह पर खड़े हुए विवाद में अनावश्यक रूप से पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नाम को जोड़ने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ लोगों विगत 2 वर्षों से हरेक घटना में सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नाम को जोड़ कर हीं राजनीति मे जिंदा हैं, उनके सपने मे भी रघुवर दास आते है, ऐसे रघुवर फोबिया से ग्रसित लोगों का भोजन भी नहीं पचता उनके नाम लिये बगैर। विधायक सरयू राय की मंशा पूर्वजों के सम्मान के जगह पूर्व सीएम सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास के विरोध पर टिक गई है।

दीनानाथ पांडेय का भाजपा ने हमेशा सम्मान किया

भाजपा जमशेदपुर महानगर के जिला महामंत्री राकेश सिंह ने कहा कि स्व. दीनानाथ पांडेय का भाजपा ने हमेशा सम्मान किया है। हमारे पूर्वजों, शहीदों, परंपराओं और विरासत के प्रति सम्मान का भाव रखना पार्टी के संस्कार और संस्कृति में शामिल है। परंतु राजनीतिक महत्वकांक्षा लिए लोग राजनीतिक नफा-नुकसान में पूर्वजों के सम्मान करने से अधिक पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ दुष्प्रचार करने में लगे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि टिनप्लेट संजय सद्भावना मार्केट के दुकानदारों ने जगह के चयन पर आपत्ति दर्ज की है, इन सब मामलों में भाजपा का कोई सरोकार नही है। स्व. दीनानाथ बाबा शहर की जनता और राजनीतिक दल के लिए सदैव आदर्श और प्रेरणाश्रोत रहेंगे। परंतु इस प्रकार से बिना किसी तथ्य और जानकारी के पूर्व सीएम रघुवर दास का नाम जोड़कर सुर्खियां बनना, ये ओछि और निम्न स्तर की राजनीति का उदाहरण है।

अनावश्यक भाजपा का नाम जोड़कर की जा रही बयानबाजी

वहीं, भाजपा महानगर प्रवक्ता प्रेम झा ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूर्व विधायक स्व. दीनानाथ पांडेय जी पार्टी के सम्मानित नेता रहे हैं। उनके प्रतिमा स्थापित करने में संजय सद्भावना मार्केट के दुकानदारों द्वारा जगह को लेकर आपत्ति दर्ज की गई है। परंतु जनतंत्र मोर्चा के कार्यकर्ता इस विवाद में अनावश्यक रूप से भाजपा का नाम जोड़कर गलत बयानबाजी कर रहे हैं। प्रेम झा ने कहा कि जनसंघ काल से लेकर पार्टी को सींचने वाले और विराट व्यक्तित्व के धनी दीना बाबा की प्रतिमा भी उनकी गरिमा और व्यक्तित्व को ध्यान में रखकर लगाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह से विवाद को जन्म देकर जनतंत्र मोर्चा के नेता उनके सम्मान से अधिक पूर्व सीएम रघुवर दास के प्रति विरोध को प्राथमिकता देने में लगे हैं। इस मामले में मूर्ति लगाकर बाबा को सम्मान देने से ज़्यादा किसी व्यक्ति विशेष के प्रति नफ़रत ज़्यादा प्रदर्शित हो रही है।

महान विभूति को सम्मान देना एवं उसके बहाने किसी को नीचा दिखाना अलग-अलग चीजें

किसी महान विभूति को सम्मान देना एवं उसके बहाने किसी को नीचा दिखाने का प्रयास करना दोनों अलग चीजें है। जनतंत्र मोर्चा को मूर्ति लगाने के लिए ऐसी जगह का चयन करना चाहिए जहां शहर के लोगों को उनके जीवन और विराट व्यक्तित्व का दर्शन सुगमतापूर्वक हो, ना कि ऐसे संकुचित स्थान पर जहां गाड़ी पार्किंग होती है और दुकानें लगती हो। प्रेम झा ने सुझाव दिया है कि स्व. दीनानाथ पांडेय की मूर्ति टिनप्लेट क्षेत्र के ही किसी गोलचक्कर पर स्थापित की जानी चाहिए जिससे शहर के लोग आसानी से उनके दर्शन और उनसे प्रेरणा ले सकें।