'बांग्लादेशी घुसपैठियों का घर ढहा देंगे', पाकुड़ हिंसा पर भड़के निशिकांत दुबे, हेमंत सोरेन से की बड़ी डिमांड
भाजपा सासंद निशिकांत दुबे ने मंगलवार को पाकुड़ जिले के हिंसाग्रस्त गांव का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनी तो बांग्लादेशी घुसपैठियों का घर ढहा देंगे। उन्हें झारखंड से भी भगाएंगे। दुबे ने कहा कि संताल परगना को किसी भी सूरत में ग्रेटर बांग्लादेश नहीं बनने देंगे। सीमा से सटे गांवों में रहने वाले हिंदुओं की हर हाल में रक्षा करेंगे।
जागरण टीम, पाकुड़। गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे मंगलवार को गायबथान, गोपीनाथपुर व तारानगर के पीड़ितों का हाल जानने पाकुड़ पहुंचे। इस दौरान भाजपा सांसद ने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनी तो बांग्लादेशी घुसपैठियों का घर ढहा देंगे और झारखंड से भी भगाएंगे।
उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में संताल परगना को ग्रेटर बांग्लादेश नहीं बनने देंगे। बंगाल की सीमा से सटे गांवों में रहने वाले हिंदुओं की रक्षा की जाएगी।
संसद में मैंने जो कहा था, वह इस क्षेत्र में अक्षरश: सत्य दिखाई पड़ रहा है। गोपीनाथपुर में कई हिंदू परिवार के घरों को तोड़ दिया गया है। घटना हुए डेढ़ माह बीत गए, फिर भी मालदा-मुर्शिदाबाद के लोग यहां आकर ग्रामीणों को डरा-धमका रहे हैं। -निशिकांत दुबे, गोड्डा सांसद
आदिवासी सीएम होने के बावजूद छीनी जा रही जमीन
निशिकांत दुबे ने पाकुड़ के महेशपुर प्रखंड के गायबथान गांव के पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान, उन्होंने कहा कि आदिवासी मुख्यमंत्री के रहते हुए राज्य में आदिवासियों की जमीन छीनी जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस गांव में (गायबथान गांव) मुस्लिम समुदाय के मात्र सात लोग रैयती थे। लेकिन, आज बांग्लादेशी घुसपैठिये पूरे गांव में बस गए हैं, जो आदिवासियों की जमीन हड़प रहे हैं।
आदिवासियों की जमीन को लेकर हो सर्वे
दुबे ने कहा कि आदिवासियों की जमीन को लेकर गांव-गांव में सर्वे होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो संताल परगना से आदिवासियों का विस्थापन निश्चित है। राज्य में भाजपा की सरकार आई तो आदिवासियों के जमीन का सर्वे किया जाएगा।
सांसद ने मौके पर ही पीड़ित परिवारों की आर्थिक मदद की। साथ ही कहा कि गांव में जिन-जिन लोगों का घर टूटा है, उन्हें 25-25 हजार रुपये की मदद दी जाएगी। ग्रामीण डरें नहीं, भाजपा के कार्यकर्ता उनके साथ खड़े हैं।
हिंदू परिवारों को मिलेगा न्याय
गोपीनाथपुर गांव में सांसद ने कहा कि हम यहां हिंदू-मुस्लिम करने नहीं आए हैं। हम यह देखने आए हैं कि पाकुड़ में हिंदू व आदिवासी सुरक्षित हैं या नहीं।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश घुसपैठ के कारण संताल परगना की स्थिति बेहद खराब हो गई है। झारखंड-बंगाल की सीमा पर अवस्थित गांवों को टारगेट किया जा रहा है। हिंदुओं को मारकर भगाया जा रहा है, ताकि उनकी जमीन व मकानों पर कब्जा जमाया जा सके।
राज्य में घट रही आदिवासियों की संख्या
दुबे ने कहा कि राज्य में आदिवासियों की संख्या घटती जा रही है। किसकी संख्या बढ़ रही है, यह देखना होगा। आदिवासियों की जमीन खरीदी नहीं जा सकती है, फिर भी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है।
सांसद इसके बाद केकेएम कॉलेज के आदिवासी छात्रावास भी पहुंचे। पीड़ित छात्रों से उन्होंने कहा कि उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। सांसद तारानगर के उन हिंदू परिवारों से भी मिले, जो मुहर्रम के समय गांव छोड़कर भाग गए थे।
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