Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

राज्यसभा चुनाव: झामुमो की चुनाव आयोग से गुहार, धन-बल का रोकें इस्तेमाल

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने आशंका जताई है कि राज्यसभा चुनाव में धनबल और प्रभाव का इस्तेमाल सत्तारूढ़ भाजपा कर सकती है।

By Sachin MishraEdited By: Updated: Tue, 06 Mar 2018 12:43 PM (IST)
Hero Image
राज्यसभा चुनाव: झामुमो की चुनाव आयोग से गुहार, धन-बल का रोकें इस्तेमाल

राज्य ब्यूरो, रांची। राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना के साथ ही प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने आशंका जताई है कि राज्यसभा चुनाव में धनबल और प्रभाव का इस्तेमाल सत्तारूढ़ भाजपा कर सकती है। पार्टी की मांग है कि निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग पहल करे। पार्टी महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने इस बाबत केंद्रीय चुनाव आयोग को पत्र भेजा है। इसमें गुहार लगाई गई है कि 2016 के राज्यसभा चुनाव में भाजपा ने सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया।

विशेष शाखा के तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता और मुख्यमंत्री के तत्कालीन राजनीतिक सलाहकार ने अपने पद एवं प्रभाव का दुरुपयोग किया। विपक्षी दलों ने इसके साक्ष्य भी आयोग को सौंपे हैं। इस संबंध में चुनाव आयोग ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश भी राज्य सरकार को दिया था। चुनाव आयोग को प्रेषित पत्र में जिक्र है कि 23 मार्च को राज्यसभा चुनाव प्रस्तावित है और दोनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। दोनों अपने पद पर पदस्थापित हैं। झामुमो ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश अमल में लाने के लिए राज्य सरकार को निर्देश दिया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आचार संहिता के उल्लंघन के साथ-साथ असंवैधानिक और अनैतिक कार्य होगा। पत्र की प्रतिलिपि राज्य निर्वाचन आयोग के मुख्य निर्वाची पदाधिकारी को भी भेजी गई है।

बसंत सोरेन होंगे झामुमो प्रत्याशी

राज्यसभा की दो सीटों में से एक पर झामुमो सारा जोर लगाएगा। पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजीव कुमार का टर्म पूरा हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अनुज बसंत सोरेन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा दांव लगाएगा। बसंत सोरेन 2016 में हुए राज्यसभा चुनाव में महज एक वोट से हार गए थे। झामुमो का शीर्ष नेतृत्व इस बार कोई गलती नहीं करना चाहता। खुद हेमंत सोरेन अपने विश्वस्तों के साथ इस मुहिम को अंजाम देने में लग गए हैं।

कांग्रेस समेत छोटे दलों का सहारा

झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्यसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए कांग्रेस समेत अन्य छोटे दलों का सहारा लेगा। हेमंत सोरेन ने विपक्षी दलों का वोट एकजुट करने की कवायद तेज कर दी है। सोमवार को वे इस अभियान के तहत नई दिल्ली कूच कर गए। वे वहां कांग्रेस के वरीय नेताओं समेत पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात करेंगे। होली के पूर्व झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अजय कुमार से उनकी राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर लंबी बातचीत हुई है। विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या सात है। इसके अलावा बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाली झाविमो के दो विधायक हैं। हाल के दिनों में झामुमो के शीर्ष नेतृत्व के साथ बाबूलाल मरांडी के संबंध बेहतर हुए हैं। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि वे झामुमो का साथ दे सकते हैं।

झारखंड की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें