Betel Leaf Benefits: डायबिटीज के मरीज रोजाना सुबह में खाएं ये 1 चीज, कम होगा ब्लड शुगर लेवल
Crimson Publishers पर छपी एक शोध में दावा किया गया है कि पान के पत्ते के सेवन से शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। इस शोध में चूहे को पान के पत्ते का पाउडर खाने में दिया गया। शोध का परिणाम संतोषजनक मिला।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Betel Leaf Benefits: खराब दिनचर्या, गलत खानपान, तनाव और अत्यधिक आराम की वजह से डायबिटीज आम समस्या बन गई है। इस बीमारी के मरीजों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है। विश्व मधुमेह संघ की मानें तो भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या दुनियाभर में सबसे अधिक है। इसके लिए भारत को डायबिटीज की राजधानी भी कहा जाता है। जानकारों की मानें तो आने वाले वर्षों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या में बड़ी तेजी से बढ़ोत्तरी होगी। इसके कई कारण हैं, लेकिन प्रमुख खराब दिनचर्या और गलत खानपान है। इसके लिए अपनी दिनचर्या और खानपान में व्यापक सुधार करें। साथ ही रोजाना एक्सरसाइज और योग जरूर करें। इसके अलावा, बढ़ते शुगर को कंट्रोल करने के लिए पान के पत्ते का भी सेवन कर सकते हैं। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि पान के पत्ते के सेवन से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
क्या कहती है शोध ?
Crimson Publishers पर छपी एक शोध में दावा किया गया है कि पान के पत्ते के सेवन से शुगर को आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। इस शोध में चूहे को खाने में पान के पत्ते का पाउडर दिया गया। शोध का परिणाम संतोषजनक मिला। इस शोध में पाया गया कि पान के पत्ते के सेवन से शुगर स्तर कम होता है।
कैसे होता है शुगर लेवल कम ?
शोधकर्ताओं की मानें तो पान के पत्ते में फिनाइल, एल्केलाइड, टैनिन और प्रोपेन पाया जाता है। ये सभी आवश्यक पोषक तत्व शुगर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होते हैं। इन आवश्यक पोषक तत्वों से शरीर में इंसुलिन हार्मोन बूस्ट होता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीज रोजाना पान के पत्ते जरूर खाएं।
कैसे करें सेवन ?
सामान्य तरह पान के पत्ते का सेवन नहीं करना है। आसान शब्दों में कहें तो कत्था, चूना आदि लगाकर पान नहीं खाना है, बल्कि रोजाना सुबह में खाली पेट पान के पत्ते चबाना है। आप चाहे तो पान के पत्ते को सुखाकर पाउडर तैयार कर लें। अब रोजाना सुबह में खाली पेट एक गिलास पानी में आधा चम्मच पाउडर मिलाकर सेवन करें। इसके सेवन से शुगर कंट्रोल में रहता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।