World Heart Day 2024: दिल की बीमारी से दुनियाभर में हो रही सबसे ज्यादा मौत, बचाव के लिए डॉक्टर ने बताए खास टिप्स
दिल से जुड़ी बीमारियों के कारण हर साल दुनिया भर में लाखों लोगों की मौत हो जाती है। ऐसे में 29 सितंबर को मनाए जाने वाले विश्व हृदय दिवस (World Heart Day 2024) के मौके पर जागरण की सीमा झा ने डॉक्टर से खास बातचीत करके यह जानने की कोशिश की है कि लाइफस्टाइल में किस तरह के बदलाव करके हार्ट डिजीज के खतरे को कम किया जा सकता है।
नई दिल्ली, सीमा झा। World Heart Day 2024: क्या आपको हमेशा थकावट महसूस होती है या फिर आप लगातार तनाव से परेशान रहते हैं या आपकी धड़कन अनियमित है? अगर इन सवालों के जवाब 'हां' में हैं, तो हो सकता है कि आप दिल की बीमारी के शुरुआती लक्षणों का अनुभव कर रहे हों। आजकल, 40 साल से अधिक उम्र के बहुत से लोगों को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं हैं, जो हार्ट डिजीज (heart disease) का खतरा बढ़ाती हैं। अगर आपको ये लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। रेगुलर एक्सरसाइज, बैलेंस डाइट और स्ट्रेस मैनेजमेंट जैसी हेल्दी हैबिट्स को अपनाकर आप दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। आइए इस आर्टिकल में जानते हैं एक्सपर्ट के बताए कुछ खास टिप्स।
हेल्दी डाइट है बेहद जरूरी
अच्छी डाइट दिल से जुड़ी बीमारियों से लड़ने का सबसे कारगर हथियार है। एक बैलेंस डाइट आपको कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और बढ़ते वजन जैसी समस्याओं से बचाने में मदद कर सकती है। ऐसे में, अपनी थाली को पोषक तत्वों से भरपूर बनाएं। हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, साबुत अनाज, डेरी उत्पाद, मछली, फलियां और नट्स जैसे खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें। ये खाद्य पदार्थ आपको आवश्यक विटामिन, खनिज और फाइबर प्रदान करते हैं। ध्यान रखें कि आप जितनी कैलोरी लेते हैं, उतनी ही आपको बर्न भी करनी चाहिए। रेगुलर एक्सरसाइज करने से आप अपना वजन कंट्रोल रख सकते हैं और हार्ट को हेल्दी रख सकते हैं।स्लीप क्वालिटी भी है जरूरी
आप रात भर नींद लेने के बाद भी सुबह थकान महसूस करते हैं, उनींदापन रहता है तो इसका अर्थ है कि नींद बाधित रहती है। यह नहीं भूलें कि आपकी नींद की गुणवत्ता आपके खानपान की आदतों के साथ आपके मूड, स्मरण क्षमता आदि को प्रभावित कर रही है। अच्छी नींद की कमी आपको निरंतर हृदयरोग के मुहाने पर खड़ी रखती है।
तनाव है बड़ी मुसीबत
ऐसे मरीजों की संख्या निरंतर बढ़ रही है जो चिकित्सक के पास आकर तनाव बढ़ने की शिकायत करते हैं। तनाव धूमपान के लिए उकसाता है, अधिक खाने और शारीरिक निष्क्रियता को बढ़ावा देने वाला होता है। क्रोनिक तनाव उच्च रक्तचाप का बड़ा कारण बन सकता है और ये सभी हृदयरोग, ह्दयाघात को खुला आमंत्रण देने वाले हैं।यह भी पढ़ें- ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के लिए असरदार हैं 3 योगासन, नहीं होगी सुन्नपन और ऐंठन की तकलीफ