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'जो लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते थे...' शरद पवार ने अजीत पवार के विधायकों की वापसी की अटकलों पर खुलकर की बात

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ( Sharad Pawar) ने मंगलवार को संकेत दिया कि उनकी पार्टी के दरवाजे उन विधायकों के लिए खुले हैं जिन्होंने अजित पवार का साथ दिया था जिसके कारण पार्टी में विभाजन हुआ था। हालांकि उन्होंने कहा कि ऐसे विधायकों को पार्टी में वापस लाने से पहले वह अपने सहयोगियों से सलाह लेंगे।

By Agency Edited By: Nidhi Avinash Updated: Tue, 25 Jun 2024 11:45 PM (IST)
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (सपा) प्रमुख शरद पवार (Image: ANI)

एएनआई, मुंबई। अजीत पवार खेमे के कुछ विधायकों के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी- एसपी) में लौटने की अटकलों के बीच एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि जो लोग पार्टी को 'कमजोर' करना चाहते हैं, उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा।

हालांकि, वरिष्ठ एनसीपी नेता ने कहा कि जो विधायक पार्टी की छवि को 'नुकसान' नहीं पहुंचाएंगे, उन्हें वापस लिया जाएगा, लेकिन पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद।

इन्हें नहीं किया जाएगा पार्टी में शामिल

महाराष्ट्र के मुंबई में मीडिया को संबोधित करते हुए शरद पवार ने कहा, 'जो लोग पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं, उन्हें शामिल नहीं किया जाएगा। लेकिन जो नेता संगठन को मजबूत करने में मदद करेंगे और पार्टी की छवि को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे, उन्हें शामिल किया जाएगा।"

उन्होंने कहा, "हालांकि, यह भी पार्टी (एनसीपी-एसपी) के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद ही होगा।" लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में अजित पवार खेमे के खराब प्रदर्शन के बाद, अटकलें लगाई जा रही हैं कि खेमे के कुछ विधायक राज्य विधानसभा चुनाव से पहले एनसीपी-एसपी में वापस जाने के इच्छुक हैं।

एनसीपी-एसपी ने 10 सीटों पर लड़ा था चुनाव

एनसीपी ने जिन चार सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से केवल एक पर जीत हासिल की, जबकि एनसीपी-एसपी ने जिन दस सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से आठ पर जीत हासिल की। महायुति गठबंधन- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना और एनसीपी- ने महाराष्ट्र में सामूहिक रूप से 17 सीटें जीतीं, जिसमें भाजपा को नौ और शिवसेना को सात सीटें मिलीं।

इस बीच, अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के नेता कथित तौर पर मोदी 3.0 कैबिनेट में राज्य मंत्री (एमओएस) का पद दिए जाने से नाराज हैं।

प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री का पद देने की पेशकश

एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री का पद देने की पेशकश की गई थी, हालांकि, उन्होंने यह कहते हुए इसे ठुकरा दिया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री का पद स्वीकार करना उनके लिए पदावनत माना जाएगा, क्योंकि वे पहले केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री थे।

तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार के दौरान पटेल भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री थे। इससे पहले, अजित पवार ने कहा था कि उनकी पार्टी भाजपा द्वारा अपने सहयोगी को दिए गए प्रस्ताव में बदलाव का इंतजार करने जा रही है।

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