आसाराम एक दिन की पुलिस हिरासत में
नाबालिग से यौन उत्पीड़न के मामले में इंदौर से गिरफ्तार किए गए आसाराम बापू को जोधपुर पुलिस ने रविवार को अदालत में पेश किया। जोधपुर जिला जज (ग्रामीण) मनोज कुमार व्यास ने पुलिस के अनुरोध पर आसाराम को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। नाबालिग से यौन उत्पीड़न के मामले में इंदौर से गिरफ्तार किए गए आसाराम बापू को जोधपुर पुलिस ने रविवार को अदालत में पेश किया। जोधपुर जिला जज मनोज कुमार व्यास ने पुलिस के अनुरोध पर आसाराम को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। हालांकि, जज के समक्ष पुलिस ने आसाराम को पेश कर पूछताछ के लिए दो दिन की हिरासत मांगी थी, लेकिन जज ने केवल एक ही दिन हिरासत में रखने का निर्देश दिया। शनिवार रात से रविवार दोपहर तक पुलिस को आसाराम के विरुद्ध कुछ और सुबूत मिले हैं, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। पुलिस ने एसएन मेडिकल कॉलेज में आसाराम का पुंसत्व परीक्षण भी कराया, जिसे उन्होंने पास कर लिया है। हालांकि, आसाराम अब भी सभी आरोपों से इन्कार कर रहे हैं। आसाराम की गिरफ्तारी को अनशन पर बैठे पीड़िता के पिता ने रविवार को अनशन समाप्त कर दिया है।
इंदौर से गिरफ्तारी के बाद जोधपुर पुलिस आसाराम को लेकर दोपहर करीब 12 बजे जोधपुर हवाई अड्डे पहुंची। वहां पर बड़ी तादाद में आसाराम के समर्थक मौजूद थे। जैसे ही आसाराम को लेकर पुलिस बाहर आई, समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस को हल्का बलप्रयोग भी करना पड़ा। आसाराम को हवाई अड्डे से जोधपुर के राजस्थान सशस्त्र पुलिस बल परिसर के गेस्ट हाउस ले गई, जहां करीब चार घंटे तक पूछताछ की गई।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस को एक नई जानकारी मिली है, जिसमें कुछ माह पूर्व इसी आश्रम की कोठरी में आसाराम ने एक अन्य लड़की से दुष्कर्म का प्रयास किया था, लेकिन लड़की के शोर मचाने पर वे सफल नहीं हुए। मौजूदा प्रकरण में लड़की द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट और कोठरी के अंदर की बताई गई वस्तुस्थिति को लेकर भी पुलिस ने आसाराम से पूछताछ की। पूछताछ में उन्होंने बताया है कि कोठरी में केवल उनका सहयोगी शिवा या महिला सेविका ही प्रवेश कर सकती थी। उनके बेटे आनंद सांई को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं थी। पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में आसाराम पुलिस का सहयोग कर रहे थे।
हवाई अड्डे से बाहर निकलते समय आसाराम अपना चेहरा कपड़े से छुपाए हुए थे। उन्होंने मीडिया से बस इतना कहा कि मै बेकसूर हूं, मुझे फंसाया जा रहा है। उत्तोजित माहौल देखते हुए उन्हें गेस्ट हाउस ले जाते समय पुलिस ने कई बार मार्ग बदले। पूछताछ के बाद आसाराम को पाल स्थित आश्रम ले जाया गया, जहां मौके की तस्दीक कराई गई। आसाराम ने अपने वकील से कानूनी सलाह भी ली। जोधपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ ने पत्रकारों को बताया कि जोधपुर पहुंचते ही आसाराम बापू का चार चिकित्सकों की टीम से मेडिकल चेकअप कराया गया। वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। आसाराम पहले तो पूछताछ में आनाकानी कर रहे थे, लेकिन अब वे सहयोग कर रहे है। भोजन सही तरह से ले रहे हैं। गिरफ्तारी के संबंध में पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हमने पूरी जांच की, उनके विरुद्ध पुख्ता सुबूत मिले तभी उन्हें गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में कई तथ्य सामने आए हैं, जिन्हें समय आने पर सार्वजनिक किया जाएगा। पूछताछ देर रात तक जारी रहेगी। जोधपुर में तनाव को देखते हुए आरएएसी की चार कंपनियां तैनात की गई हैं।
किसने, क्या कहा
'आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। आसाराम समर्थक शांति बनाए रखें। कानून सबसे ऊपर है।'
अशोक गहलोत, राजस्थान के मुख्यमंत्री
'कानून सबसे ऊपर होता है। उससे ऊपर कोई नहीं है। न कोई संत, न कोई नेता। यदि आसाराम बेकसूर थे तो उन्हें स्वयं ही पुलिस के सामने उपस्थित होना चाहिए था।'
-अरुण चतुर्वेदी, राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष
'आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप हिंदू संस्कृति पर हमला है। वे 80 साल के हैं। आप उन्हें एक लड़की से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर रहे हैं। यह बताता है कि धार्मिक नेताओं की प्रतिष्ठा को नष्ट किया जा रहा है।'
-अशोक सिंहल, विहिप नेता
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