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कर्नाटक में हिजाब के जवाब में हिंदू छात्राएं भगवा शाल में आईं, कहा- बुर्का को है अनुमति तो इसे भी दी जाए

कुंडापुर प्री-यूनिवर्सिटी कालेज की 27 मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर कक्षा में आई जिसके जवाब में हिंदू छात्राओं ने भी भगवा शाल ओढ़ रखा था। मुस्लिम छात्राओं के अभिभावकों के साथ भाजपा विधायक हालादि श्रीनिवास शेट्टी की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर बैठक बेनतीजा रही।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Updated: Thu, 03 Feb 2022 07:55 PM (IST)
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राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप की मांग की

बेंगलुरू, एजेंसी। कर्नाटक के उडुपी जिले के कुडापुर प्री-यूनिवर्सिटी कालेज में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर एक महीने से ज्यादा समय से चल रहा विवाद अब राज्य के दूसरे हिस्सों में पहुंच गया है। शिवमोगा जिले के भद्रावती में एम. विश्वेश्वरैया सरकारी कला एवं वाणिज्य कालेज में भी बुधवार को हिजाब पर विवाद पैदा हो गया।

कुंडापुर प्री-यूनिवर्सिटी कालेज की 27 मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर कक्षा में आई जिसके जवाब में हिंदू छात्राओं ने भी भगवा शाल ओढ़ रखा था। मुस्लिम छात्राओं के अभिभावकों के साथ भाजपा विधायक हालादि श्रीनिवास शेट्टी की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर बैठक बेनतीजा रही।

छात्राएं केवल यूनिफार्म में आ सकती हैं: शिक्षा मंत्री

शेट्टी ने अब राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप की मांग की है। शिक्षा मंत्री ने कालेज के अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कह दिया है कि छात्राएं केवल यूनिफार्म में आ सकती हैं। न तो वे हिजाब पहनकर आ सकती हैं और न ही भगवा शाल की अनुमति दी जाएगी।

शिवमोगा जिले के भद्रावती में एम. विश्वेश्वरैया सरकारी कला एवं वाणिज्य कालेज परिसर में बुधवार को तनाव व्याप्त रहा। कालेज के अधिकारियों ने कहा कि 2010 से ही यूनिफार्म कोड लागू है। मुस्लिम छात्राओं के लिए अलग से कमरे की व्यवस्था की गई है जहां वे हिजाब हटाकर यूनिफार्म पहनकर कक्षा में आ सकती हैं। हिंदू छात्राओं की मांग है कि यदि हिजाब और बुर्का को अनुमति है तो भगवा शाल को भी अनुमति दी जानी चाहिए।

कुछ इस तरह से शुरू हुआ था हिजाब पर विवाद

बता दें कि कर्नाटक में हिजाब पहनने पर विवाद की शुरुआत उडुपी जिले के सरकारी पीयू कालेज में मुस्लिम समुदाय की 6 छात्राओं को हिजाब पहनने पर कक्षाओं में प्रवेश न करने देने से हुआ था। इसके चलते हिजाब पहनने वाली छात्राओं को आनलाइन क्लास का विकल्प अपनाने को कहा गया था। छात्राओ ने कालेज के फैसले को मानने से इनकार कर दिया था और हाई कोर्ट में इसके खिलाफ याचिका भी दायर की है। इसके साथ ही छात्राओं ने इस फैसले के विराध में कक्षाओं का बहिष्कार कर रखा है।