Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Sheikh Hasina: क्यों एक-एक कर अलग हो रहे शेख हसीना के साथ भारत आए लोग? इनमें से कई सदमे में

बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ भारत आने वाले लोगों ने एक-एक करके देश छोड़ना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है 10 से अधिक लोग शेख हसीना के साथ भारत पांच अगस्त को पहुंचे थे। बांग्लादेश में भड़की हिंसा के बाद शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। जान बचाने की खातिर भारत में शरण लेनी पड़ी थी।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Thu, 08 Aug 2024 08:43 PM (IST)
Hero Image
Sheikh Hasina: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना। (फाइल फोटो)

एएनआई, नई दिल्ली। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ भारत आए उनके सहयोगियों ने एक-एक कर देश छोड़ना शुरू कर दिया है। पांच अगस्त को शेख हसीना और उनकी बहन समेत अन्य सहयोगियों को अपनी जान बचाने के लिए आनन-फानन बांग्लादेश छोड़कर भारत आना पड़ा था।

यह भी पढ़ें: भारत या UK... किस देश में रहेंगी शेख हसीना? सस्पेंस के बीच एस जयशंकर ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री से की बात

सूत्रों ने बताया कि हसीना के साथ टीम के अन्य सदस्य जल्दबाजी में भारत आए थे। उनमें से कई अपने साथ कपड़े या कोई अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं भी नहीं ले जा सके थे। उनके दल के साथ तैनात भारतीय प्रोटोकॉल अधिकारियों ने हसीना की टीम के सदस्यों को कपड़े और अन्य सामान खरीदने में मदद की।

सदमे में थे लोग

शेख हसीना की टीम के सदस्य बांग्लादेश में हुए हिंसा के कारण सदमे की स्थिति में थे। बताया जा रहा है कि बांग्लादेश के पूर्व पीएम के साथ भारत आने वाले सहयोगियों की संख्या दहाई अंकों में है। भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल लगातार अधिकारियों के संपर्क में थे और दिल्ली पहुंचते ही उन्होंने हसीना से मुलाकात भी की थी।

सुरक्षित घरों में ले जाया गया

डोभाल ने ये भी बताया कि टीम को हर संभव मदद मुहैया कराई गई और दिल्ली में सुरक्षित घरों में ले जाया गया है। गौरतलब है कि बांग्लादेश स्थिति काफी खराब है और बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर पांच अगस्त को शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे छात्रों के नेतृत्व में हुए विरोध प्रदर्शनों ने सरकार विरोधी प्रदर्शनों का रूप ले लिया था।

यह भी पढ़ें: बांग्लादेश में डकैती व लूटपाट का खौफ, डर के कारण बिना सोए रात गुजार रहे लोग