Lok Sabha Elections: 2024 के लिए खिंची तलवार, मेरा परिवार बनाम मोदी का परिवार; राजनीति के गलियारों में सियासी हलचल
सुधांशु त्रिवेदी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने जिस दिन से अपना घर-परिवार को छोड़कर समाज सेवा के लिए निकले थे उसी दिन से उन्होंने पूरे देश को अपना परिवार मानकर उसके लिए जीवन समर्पित कर दिया था। सुधांशु त्रिवेदी के अनुसार प्रधानमंत्री के क्रियाकलापों में देश और देशवासियों के लिए उनका समर्पण देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री हर दीवाली सेना के जवानों के साथ सीमा पर मनाते हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लालू यादव के प्रधानमंत्री मोदी पर परिवार को लेकर दिये गए बयान के जवाब में भाजपा ने 'मोदी का परिवार' के साथ सोशल मीडिया पर महा अभियान शुरू कर दिया है। गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत भाजपा के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अपने प्रोफाइल में 'मोदी का परिवार' जोड़ दिया।
आज पूरा देश खुद को 'मोदी का परिवार' बता रहा
2019 में इसी तरह से राहुल गांधी के 'चौकीदार चोर है' के जवाब में भाजपा ने 'मैं भी चौकीदार' का नारा दिया था और यह पार्टी के चुनावी अभियान का केंद्रीय मुद्दा बन गया था। भाजपा ने 2024 में 'मोदी का परिवार' को अपने चुनावी अभियान को केंद्रीत करने का संकेत दे दिया है। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूरा देश खुद को 'मोदी का परिवार' बता रहा है।
राहुल के बाद लालू की यह भूल पड़ेगी भारी
दरअसल रविवार को पटना की रैली में राजद नेता लालू यादव ने परिवार पर आधारित पार्टियों का बचाव करते हुए प्रधानमंत्री के परिवारवाद पर हमले को उनका कोई परिवार नहीं होने से जोड़ दिया। राहुल गांधी, अखिलेश यादव जैसे बड़े विपक्षी नेताओं की उपस्थिति में लालू यादव के इस बयान तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मोदी देश के 140 करोड़ लोगों का अपना परिवार मानते हैं और दिन-रात उनके लिए काम करते हैं, वहीं विपक्षी दलों के नेता देश के बजाय सिर्फ अपने परिवार के सदस्यों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनाने की जुगत में लगे हैं।
सेना के जवान पीएम का परिवार
सुधांशु त्रिवेदी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने जिस दिन से अपना घर-परिवार को छोड़कर समाज सेवा के लिए निकले थे, उसी दिन से उन्होंने पूरे देश को अपना परिवार मानकर उसके लिए जीवन समर्पित कर दिया था। सुधांशु त्रिवेदी के अनुसार प्रधानमंत्री के क्रियाकलापों में देश और देशवासियों के लिए उनका समर्पण देखा जा सकता है। सभी लोग दीवाली अपने परिवार के साथ मनाते हैं, वहीं प्रधानमंत्री हर दीवाली सेना के जवानों के साथ सीमा पर मनाते हैं और उन्हें अपना परिवार बताते हैं।
लोकसभा चुनाव में माकूल जवाब देगी जनता
त्रिवेदी ने कहा कि परिवार आधारित सात पार्टियां सिर्फ अपने परिवार के सदस्यों के कल्याण की चिंता में लगी है और उसके लिए टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ भी खड़ी होने में परहेज नहीं करती है। जबकि प्रधानमंत्री मोदी बिना एक दिन छुट्टी लिए सातों दिन 24 घंटे 140 करोड़ भारत वारियों के कल्याण के लिए काम करते रहते हैं। त्रिवेदी ने कहा कि देश की जनता परिवारवादी पार्टियों का सच जान रही है और प्रधानमंत्री पर किये गए हमलों का आगामी लोकसभा चुनाव में माकूल जवाब देगी।