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पीएम विश्वकर्मा योजना कमजोर वर्गों के लोगों के लिए PM मोदी के जन्मदिन पर है एक उपहार- के लक्ष्मण

स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से पीएम मोदी ने पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू करने की बात कही थी। जिसे लेकर अब अलग-अलग नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं। बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण ने कहा कि मैं कल की कैबिनेट बैठक में ऐतिहासिक निर्णय लेने के लिए पीएम मोदी और सरकार को धन्यवाद देता हूं।

By Jagran NewsEdited By: Versha SinghUpdated: Thu, 17 Aug 2023 01:16 PM (IST)
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पीएम विश्वकर्मा योजना कमजोर वर्गों के लोगों के लिए PM मोदी के जन्मदिन पर है एक उपहार
नई दिल्ली, एजेंसी। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से पीएम मोदी ने बड़ा एलान किया था। पीएम ने अपने संबोधन के दौरान एक नई योजना का एलान किया था। मोदी ने कहा कि विश्वकर्मा जयंती के मौके पर विश्वकर्मा योजना शुरू की जाएगी। जिस पर अब तरह तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

वहीं, बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण ने कहा कि मैं कल की कैबिनेट बैठक में ऐतिहासिक निर्णय लेने के लिए पीएम मोदी और सरकार को धन्यवाद देता हूं... कैबिनेट ने 17 सितंबर को विश्वकर्मा जयंती पर 'पीएम विश्वकर्मा' (PM Vishwakarma Kaushal Samman Yojana - PM VIKAS) लॉन्च करने के लिए हरी झंडी दे दी है और मुझे लगता है कि यह कमजोर वर्गों के लोगों के लिए पीएम मोदी के जन्मदिन पर एक उपहार है।

किसे मिलेगा विश्वकर्मा योजना का फायदा?

पीएम ने अपने संबोधन में कहा था कि कारीगरों और छोटे व्यवसायों से जुड़े लोगों को इस योजना का फायदा मिलेगा। पीएम ने ये भी कहा कि सरकार पारंपरिक कौशल वाले लोगों के लिए अगले महीने 13,000 से 15,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ विश्वकर्मा योजना शुरू करेगी

पीएम ने कहा कि हमने पीएम किसान सम्मान निधि योजना में 2.5 लाख करोड़ रुपये सीधा मेरे देश के किसानों के खाते में जमा किए हैं। हमने जल-जीवन मिशन मिशन के लिए 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं। 

उन्होंने आगे कहा कि हमने आयुष्मान भारत योजना के तहत 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं, ताकि गरीब लोगों को दवाई मिले, उनका अच्छे से इलाज हो। हमने पशुधन को बचाने के लिए करीब-करीब 15 हजार करोड़ रुपये टीकाकरण के लिए लगाए हैं।

क्या है पीएम विश्वकर्मा योजना?

पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य स्किल ट्रेनिंग, टेक्नोलॉजी और वित्तीय सहायता उपलब्ध कराकर देशभर में मौजूद कारीगरों और शिल्पकारों की क्षमताओं को बढ़ाना है। इस स्कीम के तहत कुशल कारीगरों को MSME से भी जोड़ा जाएगा, जिससे कि उन्हें बेहतर बाजार मिल सके।