Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

रूस-यूक्रेन जंग रुकवाएगा भारत? युद्ध के बीच पुतिन को आई दोस्त मोदी की याद, बोले- मेरा भरोसा काफी मजबूत

यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अहम बयान दिया है। पुतिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच मध्यस्थता के लिए भारत चीन व ब्राजील ईमानदारी से कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संघर्ष को हल करने में जो ईमानदारी से रूचि रखते हैं। इसमें चीन ब्राजील और भारत शामिल हैं।

By Jagran News Edited By: Manish Negi Updated: Thu, 05 Sep 2024 07:38 PM (IST)
Hero Image
पुतिन ने यूक्रेन जंग को लेकर दिया अहम बयान (फोटो- एएनआई)

जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी की तरफ से मौजूदा यूक्रेन विवाद को सुलझाने में मध्यस्थता करने की कोशिशों को हरी झंडी दिखाई है और भारत को चीन व ब्राजील के साथ उन तीन देशों मे बताया है जो इस संघर्ष को समाप्त करने के लिए ईमानदारी से कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने इन तीनों देशों के साथ संपर्क में रहने की बात कही है।

पुतिन के इस बयान को पीएम मोदी की पिछले दो महीनों के दौरान मॉस्को और कीव की यात्रा करके दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से मुलाकात करने और इनके बीच जारी संघर्ष को समाप्त करने की कोशिशों के तौर पर देखा जा रहा है। राष्ट्रपति पुतिन ने चीन और ब्राजील का भी नाम लिया है, लेकिन इन दोनों देशों की सरकारों के प्रमुखों ने यूक्रेन की यात्रा नहीं की है। सिर्फ भारतीय पीएम ही एकमात्र वैश्विक नेता हैं जो समान तौर पर दोनों पक्षों के साथ संपर्क में है।

दोस्तों का सम्मान करता हूं: पुतिन

व्लादिवोस्तोक में ईस्टर्न इकोनमी फोरम (ईईएफ) बैठक के एक सत्र को संबोधित करते राष्ट्रपति पुतिन ने उक्त बाते कहीं है। पुतिन से पूछा गया था कि क्या दूसरे देश मौजूदा रूस-यूक्रेन विवाद को सुलझाने में मध्यस्थता कर सकते हैं तो उनका जवाब था कि हम अपने मित्रों व साझेदारों का सम्मान करते हैं, जो मेरा मानना है कि इन मुद्दों को संबोधित करने व संघर्ष को हल करने में ईमानदारी से रूचि रखते हैं।

सबसे पहले इसमें चीन, ब्राजील और भारत शामिल हैं। मैं अपने साझेदारों के साथ लगातार संपर्क में हूं। मुझे संदेह नहीं है कि इन देशों के नेताओं के बीच विश्वास व भरोसा काफी बहुत मजबूत है। मदद के लिए हाथ बढ़ाने में हमारा आपसी विश्वास महत्वपूर्ण है।

पुतिन जब यह बयान दे रहे थे तब उस मंच पर मलेशिया के पीएम अनवर इब्राहिम और चीन के उपराष्ट्रपति जेन झांग भी मौजूद थे।

जुलाई में हुई थी मोदी और पुतिन की मुलाकात

सनद रहे कि 05 जुलाई, 2024 को मॉस्को में पीएम मोदी व राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात हुई थी। यह बैठक पुतिन के निजी निवास में पांच घंटे चली थी। माना जाता है कि इसमें यूक्रेन संकट पर दोनों नेताओं के बीच काफी विस्तार से बात हुई थी। इसमें मोदी ने पुतिन से कहा था कि युद्ध से किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता। इसमें उन्होंने मौजूदा संकट के समाधान के लिए अपनी मदद देने की भी पेशकश की थी।

बीते महीने जेलेंस्की से मिले पीएम

इसके बाद मोदी ने 23 अगस्त, 2024 को कीव में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की से मुलाकात की थी और मौजूदा संघर्ष को समाप्त करने में व्यक्तिगत तौर पर मदद करने की पेशकश की थी। इसके बाद जेलेंस्की ने यूक्रेन शांति की अगली बैठक भारत में कराने की बात कही थी।