'सुप्रीम कोर्ट के इरादे नेक लेकिन...' SC की अपील के बाद काम पर लौटेंगे डॉक्टर्स? FORDA ने बताया आगे होगा क्या
Kolkata Rape Murder Case सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को डॉक्टरों की सुरक्षा पर चिंता तो जाहिर की लेकिन हड़ताली डॉक्टरों से अपील भी की कि वो मरीजों की सुरक्षा के लिए काम पर वापस लौटें। हालांकि कोर्ट के निवेदन पर भी हड़ताल कर रहे रेजिडेंट डाक्टर्स काम पर वापस लौटने के मूड में नहीं दिख रहे। आइए पढ़ें कि आखिर डॉक्टर्स की क्या डिमांग है।
एजेंसी, नई दिल्ली। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई अत्याचार के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई की। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने डॉक्टरों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की।
साथ ही कोर्ट ने डाक्टरों को सुरक्षा का भरोसा दिलाते हुए उनसे समाज और मरीजों के हित में काम पर लौटने की अपील भी की। हालांकि, विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टर्स काम पर वापस लौटने के मूड में नहीं दिख रहे।
हड़ताली डॉक्टरों की क्या मांग है?
डॉक्टरों के निकायों में से एक ऑल इंडिया रेजिडेंट्स एंड जूनियर डॉक्टर्स ज्वाइंट एक्शन फोरम ने कहा कि भले ही कोर्ट के इरादे नेक हैं लेकिन यह हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को प्रभावित करने वाली मूल समस्याओं का समाधान नहीं करता है। हमारा मुद्दा है कि दशकों से स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को नजरअंदाज किया गया है।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वे फिलहाल एक कदम भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा जब तक इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला नहीं सुना देती तबतक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
आईएमए ने एक केंद्रीय कानून की मांग की है जिसमें 2023 में महामारी रोग अधिनियम, 1897 में किए गए संशोधनों को शामिल किया जाए। आईएमए ने कहा कि अस्पतालों को अनिवार्य सुरक्षा अधिकारों के साथ अस्पतालों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और प्रोटोकॉल का पालन किया जाना चाहिए।