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India-Russia Trade: भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय व्यापार पर होगी बातचीत, 18 अप्रैल को होगी IGC की पूर्ण बैठक

India-Russia Trade आईजीसी की बैठक के पहले दिन व्यापार आर्थिक वैज्ञानिक तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर अंतर-सरकारी रूसी-भारतीय आयोग के सह-अध्यक्ष दोनों देशों के व्यापारिक प्रतिनिधियों के साथ मिलेंगे। 18 अप्रैल को आईजीसी की पूर्ण बैठक होगी। सह-अध्यक्ष 24वीं आईजीसी बैठक के अंतिम प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर करेंगे।

By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Mon, 17 Apr 2023 09:58 AM (IST)
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भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय व्यापार पर होगी बातचीत (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, एजेंसी। रूस के उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने सोमवार से अपनी दो दिवसीय भारत यात्रा की शुरुआत की। रूसी उप प्रधान मंत्री और उद्योग और व्यापार मंत्री, डेनिस वैलेन्टिनोविच मंटुरोव ने सोमवार को भारत के साथ रूस के व्यापारिक व्यापार घाटे को संतुलित करने के लिए भारत के साथ व्यापार को बढ़ावा देने की इच्छा व्यक्त की।

रूसी उपप्रधानमंत्री और उद्योग व वाणिज्य मंत्री ने कहा कहा है कि भारत से आयात की कमी के कारण, दोनों देशों के बीच व्यापार में रुपये का उपयोग करना कठिन है। हमें भारत से व्यापार बढ़ाने की जरूरत है।

मंटुरोव के पास ही रूस के व्यापार और उद्योग मंत्रालय का जिम्मा

इस यात्रा के  दौरान वह व्यापार, संस्कृति और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर अंतर-सरकारी बैठकों में शिरकत करेंगे। बता दें कि मंटुरोव के पास ही रूस के व्यापार और उद्योग मंत्रालय का जिम्मा है। रूस के एक अधिकारी ने बताया कि व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर अंतर-सरकारी रूस-भारत आयोग के सह-अध्यक्ष दोनों देशों के कारोबारी प्रतिनिधियों से मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि अंतर सरकारी आयोग (आईजीसी) की एक पूर्ण बैठक मंगलवार को आयोजित की जाएगी, जिसके बाद सह-अध्यक्ष 24वीं आईजीसी बैठक के अंतिम प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर करेंगे।

रूसी अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्ष द्विपक्षीय व्यापार, आर्थिक और मानवीय सहयोग से जुड़े व्यापक मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। मंटुरोव दिल्ली यात्रा के दौरान कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। 

मंटुरोव की यह यात्रा भारत-रूस के व्यापारिक रिश्तों में फिर से बढ़ोतरी होने, खासकर नयी दिल्ली द्वारा रूस से रियायती दामों पर कच्चा तेल खरीदने की पृष्ठभूमि में हो रही है। भारत ने यूक्रेन पर रूस के हमले की अबतक निंदा नहीं की है और कहा है कि संकट को कूटनीति और संवाद के जरिए हल किया जाना चाहिए।