केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को कृषि मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार, राष्ट्रपति ने स्वीकार किया नरेंद्र सिंह तोमर का इस्तीफा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया। इसी के साथ ही नए कृषि मंत्री का नाम भी सामने आ गया है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को कृषि मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई। वहीं राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल और रेणुका सिंह सरूता के इस्तीफे स्वीकार कर लिए। इन मंत्रियों ने हाल में हुए विधानसभा चुनाव लड़े थे और जीत हासिल की थी। जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा को अब कृषि मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
राष्ट्रपति ने स्वीकार किए इस्तीफे
राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति मुर्मु ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सलाह के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद से उनके इस्तीफे स्वीकार कर लिए। इसमें कहा गया है कि पीएम की सिफारिश पर राष्ट्रपति ने मुंडा को कृषि मंत्रालय और किसान कल्याण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर को राज्य मंत्री के रूप में जल शक्ति मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे को उनके मौजूदा पोर्टफोलियो के अलावा खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री का दायित्व भी सौंपा गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डा. भारती प्रवीण पवार को जनजातीय मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
President Droupadi Murmu has directed Union Minister Arjun Munda to be assigned the charge of the Ministry of Agriculture and Farmers Welfare, Union Minister Sushri Shobha Karandlaje to be assigned the charge of the Minister of State in the Ministry of Food Processing Industries,…
केंद्रीय मंत्री तोमर, पटेल और रेणुका ने सांसद से इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि भाजपा ने निर्णय लिया था कि हाल ही में राज्य विधानसभाओं के लिए चुने गए उसके सभी 12 सांसद अपनी संसद सदस्यता छोड़ देंगे। विधानसभा चुनावों में विजयी हुए ये नेता अब मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में नई सरकारों में शामिल हो सकते हैं। छत्तीसगढ़ से लोकसभा सांसद रेणुका ने हाल ही में राज्य विधानसभा चुनाव लड़ा था और भरतपुर-सोनहत सीट पर विजय हासिल की थी।
राकेश सिंह सहित इन भाजपा सांसदों ने दिया इस्तीफा
इस्तीफा देने वाले अन्य सांसद मध्य प्रदेश से राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह और रीति पाठक, राजस्थान से किरोड़ी लाल मीणा, दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़, छत्तीसगढ़ से गोमती साई और अरुण साव शामिल हैं। मीना को छोड़कर सभी लोकसभा सदस्य हैं। मीना राज्यसभा की सदस्य हैं।
कब होगी CM की घोषणा?
शनिवार तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो जाएगी। माना जा रहा है कि शुक्रवार सुबह ही भाजपा इन तीनों राज्यों के लिए पर्यवेक्षक भेज देगी और वे शाम तक या शनिवार सुबह विधायकों की बैठक कर मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेंगे।
मुख्यमंत्री को लेकर केंद्रीय नेतृत्व की आखिरी दौर की बैठक गुरुवार को खत्म हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह की गुरुवार को लगातार तीसरे दिन बैठक हुई। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री उम्मीदवारों का केंद्रीय नेतृत्व से मिलने जुलने का दौर जारी रहा। इसमें सबसे अहम वसुंधरा राजे का दिल्ली आना रहा। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की।
शाह से इन नेताओं ने की मुलाकात
सीएम के लिए चर्चाओं में चल रहे बाबा बालकनाथ ने भी अमित शाह से मुलाकात की। तोमर ने भी शाह से मुलाकात की। भाजपा इन तीनों राज्यों के जरिए राष्ट्रीय समीकरण भी साधन चाहती है और लंबे समय के लिए इन राज्यों में एक दिशा भी देना चाहती है। आदिवासियों ने भी भाजपा की ओर रुख किया है और ऐसे में आदिवासी राज्य छत्तीसगढ़ के लिए भाजपा का आदिवासी चेहरा हो सकता है। मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान ओबीसी वर्ग से आते हैं, इसीलिए वहां मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के जरिये समीकरण साधे जाएंगे। राजस्थान में संभवत: राजपूत मुख्यमंत्री हो। बताया जाता है कि शनिवार तक पर्दा हट जाएगा।