'चांदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले गरीबों का हाल क्या जानें', अजित पवार ने क्यों कसा तंज? प्रतिमा ढहने पर दी चेतावनी
Maharashtra Politics एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने महायुति सरकार की महत्वाकांक्षी लड़की बहिन योजना पर सवाल उठाने के लिए विपक्ष को आड़े हाथों लिया। साथ ही उन्होंने सिंधुदुर्ग के राजकोट किले में शिवाजी महाराज की मूर्ति के ढहने के मामले में चेतावनी दी। जन सम्मान यात्रा के दौरान छत्रपति संभाजीनगर में अजित पवार ने कई अहम मुद्दों पर रखी अपनी बात।
पीटीआई, छत्रपति संभाजीनगर। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरुवार को कहा कि मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले लोग समाज के वंचित वर्ग की दुर्दशा को नहीं समझेंगे। अजित पवार ने राज्य की महायुति सरकार द्वारा शुरू की गई लड़की बहिन को लेकर विपक्ष के आरोपों पर यह तंज कसा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार अतिज पवार गुरुवार को अपनी 'जन सम्मान यात्रा' के दौरान छत्रपति संभाजीनगर में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने लोगों से युवाओं, महिलाओं, वारकरियों (भगवान विठोबा के अनुयायियों) और अन्य लोगों के लिए शुरू की गई सरकारी योजनाओं को लेकर विपक्ष के फर्जी अभियानों का शिकार नहीं होने का आग्रह किया।
विपक्ष पर साधा निशाना
एनसीपी प्रमुख ने 'लड़की बहिन' योजना का जिक्र करते हुए कहा, 'हमने पात्र महिलाओं के खातों में 3,000 रुपये जमा किए हैं।' गौरतलब है कि योजना के तहत 21-60 आयु वर्ग की विवाहित, तलाकशुदा और निराश्रित महिलाएं को 1,500 रुपये की मासिक सहायता सरकार की ओर से प्रदान की जाती है। बशर्ते, उनकी वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये तक हो।
अजित पवार ने रैली के दौरान कहा कि विपक्ष लड़की बहिन योजना को चुनावी जुमला कहता है, लेकिन यह एक फर्जी अभियान है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कोई भी किसी से पैसा वापस नहीं लेगा। उन्होंने कहा, 'विपक्ष योजनाओं को पटरी से उतारने की कोशिश कर रहा है। जो लोग मुंह में चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, वे गरीबों की दुर्दशा नहीं समझेंगे।'
पैसा है, इसलिए योजनाएं दे रहे हैं: पवार
उन्होंने कहा कि जहां सरकार राज्य भर में 52 लाख परिवारों को प्रति वर्ष तीन मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर दे रही है, वहीं वह राज्य में लड़कियों और महिलाओं की शिक्षा फीस भी वहन कर रही है। इन दावों को खारिज करते हुए कि योजनाएं राज्य के वित्त को अस्त-व्यस्त कर देंगी, पवार ने कहा कि महाराष्ट्र का राजस्व संग्रह अच्छा रहा है। इन योजनाओं के लिए राज्य को 75,000 करोड़ रुपये की जरूरत है। हमारे पास पैसा है, इसलिए हम ये योजनाएं दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'योजनाएं तभी चल सकती हैं जब भाजपा, राकांपा और एकांत शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना वाला महायुति गठबंधन फिर से चुना जाए। हमने राज्य सरकार का खजाना संभाला है। हम जानते हैं कि कहां खर्चों में कटौती करनी है और कहां खर्च करना है। हमने गन्ना, प्याज, सोयाबीन और दूध के मुद्दे पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी बात की है।'
प्रतिमा ढहने के मामले पर सख्त कार्रवाई का वादा
राकांपा प्रमुख ने सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में शिवाजी महाराज की मूर्ति के ढहने के मामले में सख्त कार्रवाई का भी वादा किया। इसे लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार और मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, 'चाहे कुछ भी हो, गलत तो गलत है और उसे माफ नहीं किया जा सकता। इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि एक उदाहरण स्थापित किया जा सके कि ऐसी गलतियों को माफ नहीं किया जाएगा।'