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कांग्रेस की करारी हार के बाद मनीष तिवारी ने नवजोत सिंह सिद्धू, हरीश रावत और चौधरी पर खड़े किए सवाल

पंजाब में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद भी पार्टी में गुटबाजी चरम पर है। पार्टी के सांसद मनीष तिवारी ने हार के लिए नवजोत सिंह सिद्धू हरीश रावत हरीश चौधरी के अलावा सुनील जाखड़ को भी जिम्मेदार ठहराया।

By Kamlesh BhattEdited By: Updated: Tue, 29 Mar 2022 08:02 AM (IST)
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वरिष्ठ कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। श्री आनंदपुर साहिब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने पंजाब में कांग्रेस पार्टी को मिली करारी हार के लिए पार्टी के हालातों को जिम्मेदार ठहराया है। तिवारी ने पार्टी हाईकमान से लेकर पंजाब के नेतृत्व पर भी सवालिया निशान लगाए हैं।

उन्होंने कहा कि केवल ‘आंधी’ नहीं हार के कुछ बुनियादी कारण थे। कांग्रेसी सांसद ने कहा कि केंद्र और राज्य नेतृत्व को इन बातों पर चिंतन करने की जरूरत है। उन्होंने पूर्व प्रदेश प्रभारी हरीश रावत और वर्तमान प्रभारी हरीश चौधरी पर भी सवाल खड़े किए हैं।

तिवारी के कांग्रेस हाईकमान के आगे सवाल उठाया क्या मल्लिकार्जुन खड़गे कमेटी को बनाना सही था? क्या 2017 में बाहर से आकर पार्टी में शामिल हुए नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रधान बनाना सही था? क्या कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री के पद से हटाना सही था?

तिवारी ने कहा कि हरीश रावत ने पंजाब में कांग्रेस का बहुत बड़ा नुकसान किया, उसकी क्या जिम्मेदारी है? हरीश चौधरी ने जो गलत टिकट बांटे, उसकी क्या जिम्मेदारी है? जैसे बोल सुनील जाखड़ चुनाव बोल रहे थे। हिंदू और सिखों में फर्क करने की कोशिश की गई, उनकी क्या जिम्मेदारी बनती है?

विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद मनीष तिवारी लगातार आक्रामक होकर सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस में हार के बाद आम आदमी पार्टी की आंधी की आड़ में हार के कारणों को दबाने की हो रही कोशिश पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

तिवारी ने कहा कि मार्च 2021 तक कोई नहीं कह सकता था कि पंजाब में कांग्रेस दोबारा सरकार नहीं बना सकती, लेकिन फरवरी 2022 तक ऐसा क्या हो गया कि कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। खड़गे कमेटी को लेकर तिवारी ने जो सवाल खड़े किए उससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि कांग्रेस की हार की नींव वहीं से रखी जाने लगी थी। क्योंकि खड़गे कमेटी के सामने ही जाकर कांग्रेस दो फाड़ हो गई थी, जिसके बाद कांग्रेस बिखरती ही चली गई।

श्री आनंदपुर साहिब के सांसद मनीष तिवारी ने हरीश रावत और हरीश चौधरी पर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि हरीश रावत के पंजाब में आने के बाद से ही पंजाब कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई थी, जबकि विधानसभा चुनाव के दौरान टिकटों के बंटवारे को लेकर लगातार सवाल खड़े होते रहे, लेकिन पार्टी हाईकमान ने इस तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दिया।