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पंजाब में 'मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा' योजना का हजारों लोगों ने उठाया लाभ, सरकार ने सभी धर्मों को दिया सामान्यता का अधिकार

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का कहना है ‘यह योजना गुरु साहिब की शिक्षाओं और फलसफे के मुताबिक है जिन्होंने लोगों को आपसी-भाईचारे और अमन का संदेश दिया।’ मुख्यमंत्री कहते हैं ‘इस योजना का उद्देश्य ही इच्छाओं को पूरा करने वाला है। 60 वर्ष की उम्र से ऊपर के लोग जो धार्मिक स्थल के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं। वह जा सकते हैं। इसमें कोई बंदिश नहीं है।

By Jagran News Edited By: Amit Singh Updated: Sat, 21 Sep 2024 05:58 PM (IST)
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सद्भावना के भाव को मजबूत कर रही मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा

डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। पंजाब सांप्रदायिक सद्भावना, आपसी-भाईचारे, प्यार और अमन की धरती। सद्भावना के भाव को और मजबूत करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा’ योजना शुरू की हुई है। इस योजना में सभी धर्म को सामान्यता का अधिकार दिया है। अगर हिंदू अपने धार्मिक स्थल माता वैष्णो देवी, माता चिंतपुर्नी जी, माता नैना देवी जी, माता ज्वाला जी, सालासर धाम, खाटू श्याम जी, वारानसी, मथुरा की यात्रा कर सकते हैं तो मुस्लिम समाज के लोग अजमेर शरीफ और अन्य स्थानों के दर्शन के लिए जा सकते हैं।

सिख समाज के श्रद्धालु श्री हजूर साहिब और श्री पटना साहिब, श्री आनन्दपुर साहिब और श्री दमदमा साहिब आदि की यात्रा कर सकते हैं। हालांकि इस योजना की खूबसूरती यह हैं कि कोई भी श्रद्धालु किसी भी धार्मिक स्थल के दर्शन के लिए जा सकता है। पंजाब सरकार का लक्ष्य 50,000 लोगों को धार्मिक स्थलों के दर्शन करवाने का है। जिसमें से 33,893 लोगों ने मुख्यमंत्री तीर्थ योजना के तहत धार्मिक स्थलों के दर्शन किए।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का कहना है ‘यह योजना गुरु साहिब की शिक्षाओं और फलसफे के मुताबिक है, जिन्होंने लोगों को आपसी-भाईचारे और अमन का संदेश दिया।’ मुख्यमंत्री कहते हैं ‘इस योजना का उद्देश्य ही इच्छाओं को पूरा करने वाला है। 60 वर्ष की उम्र से ऊपर के लोग जो धार्मिक स्थल के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं। वह जा सकते हैं। इसमें कोई बंदिश नहीं है। इच्छा श्रद्धालू की हैं कि वह कहां जाना चाहते हैं। लंबी दूरी की यात्रा के लिए के लिए सरकार की तरफ से ट्रेन का इंतजाम किया जाता है। जबकि छोटी दूरी की यात्रा बसों में की जाती है।

मुख्यमंत्री कहते हैं करीब 40,000 लोग धार्मिक स्थलों की यात्रा कर चुके हैं।’ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के खाने-पीने का इंतजाम सरकार की तरफ से किया ही जाता है। साथ ही किसी इमरजेंसी से निपटने के लिए इन यात्रियों के साथ डॉक्टरों, वालंटियरों और अधिकारियों की एक टीम भी सफर करती है। 75 साल से अधिक उम्र वाले श्रद्धालु अपने साथ एक नौजवान को भी ले जा सकते हैं। ताकि वह उनकी देखभाल कर सके।

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री तीर्थ योजना की सराहना हरेक वर्ग में की जा रही है। हालांकि मुख्यमंत्री का धन्यवाद करने वालों में बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है। जोकि अभाव के कारण धार्मिक स्थल के दर्शन के लिए नहीं जा पाते।

संगरूर के गांव पंडोरी के निवासी कुलदीप कौर ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और पंजाब सरकार का धन्यवाद करते हुए कहती हैं, वह हमेशा सरकार के इस प्रयास के लिए ऋणी रहेंगे। उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में भी यदि उनको अवसर मिला तो वह अन्य धार्मिक स्थानों के दर्शन करने के लिए जरूर जाएंगे।

इसी गांव की निवासी जसवीर कौर कहती हैं, सरकार की इस योजना का लाभ उठाकर उन्होंने श्री हजूर साहिब के दर्शन किए। मैं खुद को भाग्यवान मानती हूं और दूसरे धार्मिक स्थल के भी दर्शन करने के लिए जाऊंगी। पंजाब सरकार ने इसके लिए 25 करोड़ रुपये के बजट का भी प्रावधान किया है।