गीता भवन में जन्माष्टमी पर पूजन कर बांके बिहारी का झूला सजाया
। गीता भवन में जन्माष्टमी का पावन पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। पंडित राम चंद्र की अध्यक्षता में यजमानों ने नवग्रह पूजन कलश पूजन और गणपति पूजन किया।
संवाद सहयोगी, मोगा
गीता भवन में जन्माष्टमी का पावन पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। पंडित राम चंद्र की अध्यक्षता में यजमानों ने नवग्रह पूजन, कलश पूजन और गणपति पूजन किया।
इसके उपरांत भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप का अभिषेक कर उन्हें झूले में विराजमान किया गया। विधिवत रूप से भगवान की पूजा-अर्चना की गई। पावन धाम हरिद्वार व गीता भवन के प्रमुख स्वामी वेदांत प्रकाश महाराज, स्वामी सागर मुनि जी ने श्री कृष्ण के झूले की पूजा की। हरिद्वार से आए स्वामी वेदांत प्रकाश ने भगवान को झूला झुलाते इस त्योहार की सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण ने अवतार धारण करके बाल रूप में कई लीलाएं कीं। जब जब आसुरी शक्तियों का बोलबाला हुआ है तब तब भगवान ने किसी न किसी रूप में अवतार लेकर लोगो का उधार किया है। भगवान कृष्ण ने द्वापर युग में यदुकुल में जन्म लिया। अपनी लीलाओं भक्तों को रिझाया वही धर्म की स्थापना हेतु कंस जैसे अनेक राक्षसों का अंत किया। उन्होंने कहा कि भगवान के प्रति कैसा प्रेम हो यह हमें कृष्ण अवतार से ही मिलता है। इसलिए हमें भगवान के प्रति समर्पण होना चाहिए। भगवान भक्त की समर्पण भावना से प्रसन्न होते है इस अवसर पर पवन अग्रवाल, रविदर सूद, राम रशपाल, विक्की मेहंदीरत्ता के अलावा अन्यों ने पूजन में भाग लेकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया।