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पर्यावरण सुरक्षा को विस्तार, बचत के अफसर का नवाचार पाई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान

आगरा जिले में बचत विभाग के अधिकारी प्रभात मिश्रा ने पर्यावरण संरक्षण के लिए नवाचार किया है। उन्होंने बचत कार्यालयों को कार्बन न्यूट्रल बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया। आगरा मंडल के चार जिलों में बचत कार्यालय न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन के स्तर पर हैं। प्रभात मिश्रा ने 2008 में रेड टेप मूवमेंट शुरू किया जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Thu, 19 Sep 2024 06:04 PM (IST)
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बचत भवन में कार्बन न्‍यूट्रील‍िटी के ल‍िए कराया गया वृक्षारोपण।

डॉ. राहुल सिंघई, आगरा। पर्यावरण संरक्षण के लिए 2008 में रेड टेप मूवमेंट से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाले बचत विभाग के अधिकारी ने नवाचार से नई इबारत लिख दी। बचत विभाग के कार्यालयों को कार्बन न्यूट्रल बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए। 

कार्बन न्यूट्रल के लिए आवश्यक तरीके को अनुपालन कराया और सफलता भी हासिल की। आगरा मंडल के चार जिलों में बचत कार्यालय न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन के स्तर पर हैं। इस नवाचार के संबंध में मुख्यालय को भी पत्र भेजा गया है।

वनस्पति विज्ञान से मास्टर डिग्री करने वाले मूल रूप से कानपुर के रहने वाले सहायक निदेशक बचत प्रभात मिश्रा ने 2008 में जिला बचत अधिकारी के रूप में इटावा में पर्यावरण संरक्षण की एक अनूठी मुहिम शुरू की। 

चिपको आंदोलन से प्रेरित इस आंदोलन का नाम दिया गया रेड टेप मूवमेंट का नाम दिया गया। पेड़ों पर लाल टेप बांधकर ग्रामीणों को शपथ दिलाई गई कि वे पौधारोपण के साथ-साथ वृक्षों की रक्षा करेंगे। 

जंगल से केवल जरूरत मात्र की लकड़ी ली जाएगी। यह मिशन अमेरिका समेत कई देशों में सराहा गया। 2019 में राइज फार क्लाइमेट अभियान से जुड़कर कार्बन न्यूट्रीलिटी की दिशा में कदम आगे बढ़ाए।

प्रभात मिश्रा बताते हैं कार्बन न्यूट्रीलिटी के लिए कोयला आधारित ईधन से उत्पन्न होने वाली ऊर्जा का उपयोग घटाना प्रमुख तत्व है। इसके लिए मंडल के चार जिलों के बचत कार्यालयों में व्यवस्थाएं शुरू कीं। पहले कार्यालय के बाहर बड़े पौधे लगवाए। 

इसके बाद कार्बन उत्सर्जन घटाने के लिए ऑफिस के अंदर पौधों को गमलों में रोपित किया गया। इसके लिए ऐसे पौधों का चयन किया जो कार्बन डाइऑक्साइड ज्यादा शोषित करते हैं। 

इसमें एलोवेरा, मनी प्लांट, सहजन, स्नेक प्लांट के पौधे लगवाए गए। इसके साथ ही बिजली की खपत को घटाने के लिए नियम बनाए गए। इससे बिजली की 30 प्रतिशत खपत घटाई गई है। आगरा के सहायक बचत अधिकारी कार्यालय के अलावा मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के कार्यालय कार्बन न्यूट्रल हो चुके हैं।

हर माह प्रगति रिपोर्ट, बचत अभिकर्ता बने पहरेदार

सहायक निदेशक बचत प्रभात मिश्रा बताते हैं कि कार्बन न्यूट्रीलिटी को लेकर हर कार्यालय से मासिक रिपोर्ट ली जाती है। इसमें बिजली की खपत की आदत डालने का संकल्प होता है। 

इसके अलावा, मथुरा बचत कार्यालय से जुड़े अभिकर्ताओं को पौधारोपण से जोड़ा गया है। इस उपलब्धि के संबंध में बचत मुख्यालय को पत्र भेजा गया है। इसमें अब तक के सभी प्रयास बताए गए हैं, ताकि अन्य जिलों में भी इसे लागू कराया जा सके।

अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचा रेड टेप मूवमेंट

2008 में प्रभात मिश्रा द्वारा शुरू किए गए रेड टेप मूवमेंट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर तक प्रसिद्धि पाई। उन्होंने ट्विटर व अन्य इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से लोगों को जोड़ा। यूनाइटेड नेशनल एन्वायरमेंटल प्रोग्राम प्रमुख एरिन सोलहेन ने इसकी प्रशंसा की। वे एक्स पर इसे फॉलो करते हैं। 

इसके अलावा, 2014 में अमेरिका के एलिगन शहर में स्कूली बच्चों ने पेड़ों पर लाल फीता बांधने का अभियान चलाया। इसके बाद अमेरिकी अखबार डेली हेराल्ड ने इस अभियान के लिए प्रभात मिश्रा से बातचीत प्रकाशित की। 

2019 में उप्र-उत्तराखंड में शिक्षकों ने स्कूली बच्चों के साथ मिलकर रेड टेप मूवमेंट के तहत एक दिन में 35000 पौधे रोपे। प्रभात मिश्रा बताते हैं कि फीते के लाल रंग का मतलब खतरा दिखाने से है। यदि हम पेड़ काटेंगे तो हमारे जीवन को खतरा होगा।

मैंने पर्यावरण सुरक्षा के लिए अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसे दैनिक दिनचर्या में अपनाया है। चिपको आंदोलन से प्रेरित होकर रेड टेप मूवमेंट शुरू किया, जिसे खूब समर्थन मिल रहा है। इसके तहत लाखों की संख्या में पौधारोपण कराया गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन मिला है। अब कार्बन न्यूट्रीलिटी की दिशा में काम शुरू किया है। मंडल के बचत कार्यालयों में काम पूरा हो चुका है। इस प्रोजेक्ट के संबंध में बचत मुख्यालय को पत्र भेजा गया है। ताकि अन्य जिलों में पहल हो। 

-प्रभात मिश्रा, सहायक निदेशक बचत