ताजमहल के रखरखाव पर 'राजनीति', अखिलेश ने मकबरे की दीवार पर उगे पौधे का Video किया शेयर
ताजमहल के रखरखाव को लेकर सियासत गरमा गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ताजमहल की दीवार पर उगे पौधे का वीडियो शेयर कर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ताजमहल के रखरखाव में पूरी तरह से नाकाम है । वहीं एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी ताजमहल के रखरखाव को लेकर सवाल उठाए थे ।
जागरण संवाददाता, आगरा। ताजमहल के रखरखाव पर 'राजनीति' शुरू हो गई है। एआइएमआइएम प्रमुख असदउद्दीन ओबैसी के बाद अब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर रखरखाव पर सवाल खड़े किए हैं।
एक्स पर ताजमहल में मुख्य मकबरे की दीवार पर उगे पौधे का वीडियो पोस्ट करते हुए उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्हाेंने लिखा है कि विश्व भर के पर्यटकों को आकर्षित करने वाले ताजमहल के रखरखाव को भाजपा सरकार व उसके सुषुप्त निष्क्रिय विभाग पूरी तरह से नाकाम हैं।
गुरुवार शाम अखिलेश यादव ने एक्स पर स्मारक के रखरखाव पर पोस्ट करते हुए कई बिंदु उठाए। उन्होंने लिखा है कि मुख्य गुंबद पर लगे कलश की धातु में जंग लगने की आशंका है। मुख्य गुंबद में पानी टपक रहा है। पेड़ उगने का समाचार सुर्खियों में है। इन जैसे पेड़ों की जड़ें अगर विकसित हुईं तो ताजमहल में दरारें आ सकती हैं।
विश्व भर के पर्यटकों को आकर्षित करनेवाले अजूबे ‘ताजमहल‘ के रख-रखाव को लेकर भाजपा सरकार व उसके सुषुप्त निष्क्रिय विभाग पूरी तरह से नाकाम हैं:
- मुख्य गुंबद पर लगे कलश की धातु में ज़ंग लगने की आशंका है,
- मुख्य गुंबद से पानी टपक रहा है,
- गुंबद में पेड़ उग आने का समाचार… pic.twitter.com/anXVK9ifH3— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 19, 2024
ताजमहल का परिसर बंदरों के लिए अभ्यारण्य बन गया है। परिसर में जलभराव की समस्या है। पर्यटकों की परेशानी है कि वो ताजमहल निहारें या समस्याओं से निपटें। दुनियाभर से आने वाले पर्यटकों के बीच देश की छवि वैश्विक स्तर पर धूमिल हो रही है। सवाल यह है कि ताजमहल के रखरखाव के लिए जो करोड़ों का फंड आता है, वो कहां जाता है। सरकार एक जीता-जागता सक्रिय उदाहरण होना चाहिए, कोई स्मारक भर नहीं।
ओवैसी ने यह की थी पोस्ट
12 सितंबर को की गई पोस्ट में असदउद्दीन ओवैसी ने लिखा था कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ताजमहल से करोड़ों रुपये कमाता है, लेकिन भारतीय संस्कृति के सबसे बड़े प्रतीकों में से एक के साथ ऐसा व्यवहार करता है। मजेदार बात यह है कि वह तर्क देता है कि वक्फ स्मारकों को उसके अधीन कर देना चाहिए, ताकि वह उनका रखरखाव कर सके। यह 10वीं कक्षा की परीक्षा में फेल होने और पीएचडी के लिए आवेदन करने जैसा है।
इस मामले में उन्हें कोई टिप्पणी नहीं करनी है। ताजमहल की दीवार में उगा पौधा, इंटरनेट मीडिया में वीडियो प्रसारित होने से पहले ही हटा दिया गया था। -डा. राजकुमार पटेल, अधीक्षण पुरातत्वविद
ये भी पढ़ें -