Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

NTPC: प्रयागराज के मेजा ऊर्जा निगम से छह राज्यों को मिल रही बिजली, यहां दूसरी इकाई भी शुरू है

NTPC मेजा ऊर्जा निगम परिसर में 660 मेगावाट क्षमता की दो यूनिट की स्थापना हो गई है। प्रथम इकाई ने माह अप्रैल 2019 से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर दिया था। दूसरी यूनिट का काम तेजी से चल रहा था। दूसरी यूनिट से 31 जनवरी से उत्पादन शुरू हो गया है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Updated: Tue, 02 Feb 2021 02:12 PM (IST)
Hero Image
प्रयागराज में मेजा ऊर्जा निगम से कई राज्‍यों को बिजली आपूर्ति की जा रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जिले में यमुनापार मेजा इलाके में कोहड़ार स्थित एनटीपीसी में दूसरी विद्युत इकाई भी शुरू हो चुकी है। यहां से उत्तर प्रदेश समेत छह राज्यों को यहां से बिजली की सप्लाई हो रही है। अब उत्तर प्रदेश ही नहीं राजस्थान, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर, उत्तरांचल और चंडीगढ़ में बिजली की किल्लत नहीं होगी। सुपर क्रिटिकल इकाई होने के कारण इससे पर्यावरण को नुकसान भी नहीं पहुंचेगा। एनटीपीसी में अब कुल 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। पहले यहां एक यूनिट चल रही थी, जिससे 660 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था।

सुपर क्रिटिकल तकनीक से बनी है दूसरी यूनिट

मेजा ऊर्जा निगम परिसर में 660 मेगावाट क्षमता की दो यूनिट की स्थापना हो गई है। प्रथम इकाई ने माह अप्रैल 2019 से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर दिया था। दूसरी यूनिट का काम तेजी से चल रहा था। सुपर क्रिटिकल तकनीक से बनी दूसरी यूनिट से 31 जनवरी से उत्पादन शुरू हो गया है। मेजा ऊर्जा निगम में अब 660-660 मेगावाट क्षमता की दो यूनिट संचालित हैं। इससे कुल 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। इसमें से 79.95 प्रतिशत उत्पादन की बिजली उत्तर प्रदेश को दिया जा रहा है। शेष 20.05 प्रतिशत मध्य प्रदेश, चंडीगढ़, राजस्थान, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर, उत्तरांचल को सप्लाई किया जाएगा।

दूसरी यूनिट शुरू होने पर पूरी टीम को बधाई

मुख्य कार्यकारी अधिकारी राकेश कुमार ने दूसरी यूनिट शुरू होने पर पूरी टीम को बधाई दी। दूसरी यूनिट के चालू हो जाने के बाद से मेजा ऊर्जा निगम के अधिकारियों में जबरदस्त उत्साह है। जिला मुख्यालय से लगभग 45 किमी दूर स्थित इस पावर प्लांट की स्थापना से इलाके का विकास भी तेजी से शुरू हो गया है। क्षेत्र में और भी कई कंपनियां स्थापित होने लगीं हैैं, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैैं। क्षेत्र में दो सोलर पावर प्लांट भी स्थापित चुके हैैं। इसके अलावा कई राइस मिलें भी लग चुकी हैैं।