Ayodhya: सूर्यवंश की राजधानी अब सौर ऊर्जा से जगमगाई, इस खास ट्री ने बढ़ाई भव्यता
Ayodhya सूर्यवंश की राजधानी अब सौर ऊर्जा से दूधिया रंग से दमक रही है। सूर्यवंश की राजधानी अब सौर ऊर्जा से दूधिया रंग से दमक रही है। अयोध्या की बिजली पर निर्भरता खत्म करने के लिए उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) इस अभियान में जुटा है। पार्कों में लगे सोलर ट्री भी दूधिया रोशनी बिखेरने के लिए तैयार हैं।
जागरण संवाददाता, अयोध्या। सूर्यवंश की राजधानी अब सौर ऊर्जा से दूधिया रंग से दमक रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्राचीन नगरी को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। अब इस घोषणा को धरती पर उतारा जा रहा है।
अयोध्या की बिजली पर निर्भरता खत्म करने के लिए उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) इस अभियान में जुटा है। यूपीनेडा एक के बाद एक नए प्रयोग कर रहा है। इसी कड़ी में पार्कों में लगे सोलर ट्री भी दूधिया रोशनी बिखेरने के लिए तैयार हैं।
अयोध्या में लग रहे हैं सोलर ट्री
अयोध्या की गलियों, प्रमुख चौराहों, मार्गों, घाटों के बाद अब पार्कों में सोलर ट्री लग रहे हैं। अभी तक 34 पार्कों में एक किलोवाट तथा आठ में ढाई किलोवाट के सोलर ट्री लगाए जा चुके हैं। एक किलोवाट के छह व ढाई किलोवाट से जुड़े 10 स्थानों पर तेजी से काम चल रहा है।ये है इस लाइट की खासियत
पार्कों की सुंदरता को बढ़ाने के लिए लग रहे सोलर ट्री के ऊपरी हिस्से में सोलर प्लांट होगा और ट्री की पत्तियों के निचले हिस्से से प्रकाश होगा। इसमें पांच से छह लाइटें होंगी। शाम होते ही पार्क रोशनी से जगमग हो उठेंगे। एक किलोवाट के सोलर ट्री लाइट की कीमत लगभग दो लाख 82 हजार रुपये है।
52 स्थानों पर लगना है सोलर ट्री
यूपीनेडा के परियोजना अधिकारी प्रवीण नाथ पांडेय ने बताया कि 52 स्थानों पर सोलर ट्री लगाना प्रस्तावित है। शेष कार्य तेजी से कार्य हो रहा है। इसके अतिरिक्त 18 अन्य स्थानों को समृद्ध करने की योजना है।यहां लगे ढाई किलोवाट के प्लांट
लाल पार्क साकेतपुरी, नवग्रह पार्क सूर्यकुंड, श्रीराम गेस्ट हाउस के निकट अश्वनीपुरम, सर्किट हाउस पार्क, पार्क अवधपुरी, पार्क कौशलपुरी, जेबी पुरम पार्क, अवधपुरी स्थित केशवधाम के निकट पार्क में ढाई किलोवाट की सोलर ट्री के प्लांट लग चुके हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।